नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने शुक्रवार दोपहर सहायक राजस्व अधिकारी (एआरओ) पुनीत अग्रवाल और बिल कलेक्टर रोहित सावले को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपित जाली नोटिस जारी कर स्क्रैप व्यवसायी संतोष सिलावट से 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। पीड़ित ने 40 हजार रुपये में समझौता किया और दोनों को रंगेहाथ पकड़वा दिया।
धमकी और ताला लगाया
एसपी (ईओडब्ल्यू) रामेश्वर यादव के अनुसार यह वाकया स्कीम-140 स्थित नगर निगम के जोन-19 का है। गीता नगर निवासी संतोष सिलावट स्क्रेप का व्यवसाय करते हैं और पिपल्याहाना क्षेत्र में आलोक दीक्षित से गोदाम किराए पर लिया है। आरोपित पुनीत अग्रवाल और रोहित ने गोदाम को शासकीय भूमि पर बनाने का आरोप लगाकर उन्हें धमकाया। जब सिलावट ने रिश्वत देने से इन्कार किया तो आरोपितों ने जाली नोटिस जारी कर गोदाम पर चस्पा कर दिया और उन्हें धमकाया, साथ ही गोदाम पर ताला भी लगा दिया।
परेशान होकर सिलावट ने आरोपितों से बात की और डीएसपी (ईओडब्ल्यू) कन्हैया लाल दांगी को शिकायत की। आरोपितों ने 40 हजार रुपये में समझौता किया और शुक्रवार को रुपये लेकर कार्यालय बुलाया। सिलावट दोपहर को रुपये लेकर पहुंचा, तभी ईओडब्ल्यू की टीम ने छापा मारकर दोनों को पकड़ लिया। तलाशी में रोहित के बैग से एक लाख 24 हजार 600 रुपये मिले, जो लोगों से वसूले गए थे। आरोपितों ने बहाना बनाया कि ये रुपये कलेक्शन के हैं, लेकिन वे इसकी रसीद नहीं दे पाए।
इसे हुई गिरफ्तारी
आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। निरीक्षक कैलाशचंद्र पाटीदार के अनुसार, यह मामला जनवरी माह से शुरू हुआ था। आरोपितों ने संपत्ति कर के बहाने सिलावट को धमकाया और रुपये मांगे। सिलावट ने गोदाम बचाने के लिए 70 हजार रुपये दिए। इसके बाद रोहित ने दोबारा नोटिस जारी कर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जब सिलावट ने जवाब नहीं दिया, तो गोदाम पर जबरदस्ती ताला लगा दिया। पुलिस ने मोबाइल की जांच की तो फर्जी नोटिस की प्रतियां भी मिलीं।