नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। शहर में लगातार डकैती की घटनाएं कारित हो रही है। चंदननगर थाना क्षेत्र के नावदापंथ में रविवार देर रात हथियार लेकर करीब 12 बदमाश फार्म हाउस में घुसे। उन्होंने 67 वर्षीय मोतीलाल वाधवानी बुजुर्ग किसान को बंधक बनाकर डकैती की। बुजुर्ग ने रुपये देने से मना किया तो उसके साथ टामी सहित अन्य हथियारों से मारपीट भी की। बुजुर्ग के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह पर भी कपड़ा बांध दिया।
मारपीट से बुजुर्ग को मुंह, आंख, कंधे पर चोट आई है। बुजुर्ग के साथ ही वहां मौजूद दो कर्मचारियों पर भी बदमाशों ने हमला किया और उन्हें अन्य कमरे में बंधक बना लिया। जिसमें से एक के पेट पर चाकू से वार किया है। घटना के दौरान आधे बदमाश फार्म हाउस के बाहर पहरा दे रहे थे और आधे अंदर डकैती कर रहे थे। ताकि किसी के आने पर वे भीतर सूचना दे सके। पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस की टीम सुबह घटनास्थल पर मौजूद है। वह पुलिस सहित वहां मजदूरी के लिए रहने वाले परिवार से पूछताछ कर रही है।
पुलिस को आशंका है कि यह बाग-टांडा गैंग द्वारा घटना की गई होगी। पुलिस को पीड़ित ने शिकायत में बताया कि अलमारी की चाबी नहीं देने पर टामी से अलमारी तोड़ दी। उसमें रखें एल लाख रुपये और मोबाइल चुरा लिए। बाहर छुपे बदमाश ने कर्मचारी धमेंद्र और कमल को बंधक बनाया और कर्मचारी रोहित पर चाकू से वार किया। इनकी चांदी की चैन छिन ली। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मोतीलाल ने बताया कि मैं कमरे में सोया था। आवाज आई और उसके बाद करीब छह लोग अंदर आए, उन्होंने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। उनसे पुछा कि कौन हो तो बोले कि रुपये कहां रखें। मेरा मुंह दबाने लगे, इसपर एक बदमाश को चांटा मार दिया। इसके बाद उन्होंने मिलकर मारपीट की। उनके हाथों में टामी, बड़े चाकू जैसे हथियार थे। उन्होंने मारपीट के बाद हाथ-पैर बांधे और बिस्तर से नीचे पटक दिया। इसके बाद बिस्तर भी नीचे फेंक दिए, उन्हें लगा कि इसके नीचे रूपये होंगे।
यह भी पढ़ें- Indore में सौतेले पिता ने किया था 16 वर्षीय बेटी से दुष्कर्म, अब सारी उम्र कटेगी सलाखों के पीछे
थोड़ी देर बाद हाथ खोलकर बाहर आया देखा करीब 10-12 बदमाश बाहर खड़े थे। बाहर नौकर सो रहे थे उनसे भी मारपीट की और चेन छिन ली। मेरा फोन भी छिन लिया था। जो बाद में खेत से थोड़ी दूरी पर मिला। एक-दो बदमाशों का कपड़ा खिसक गया था, जिनके चेहरे देखे थे। उन्होंने बताया कि शादी नहीं की है। मेरे भाई बीसीएम हाईट्स में रहते हैं। यहां 30 बीगा जमीन है। पहले शहर में ही रहता था, लेकिन पारिवारिक झगड़े के कारण मकान बेचकर नौ वर्ष पहले यहां रहने आ गया।
फार्म हाउस के बाहर करीब पांच से छह झोपड़ी बनी हुई है, जहां मजदूर रहते हैं। बदमाशों ने पहले झोपड़ी के नकूचे बाहर से लगा दिए। इनके अंदर रहने वाले मजदूरों को भी आवाज आ रही थी, लेकिन वह बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इन झोपड़ी में मजदूर परिवार के साथ रहते हैं।
बुजुर्ग ने घटना के बाद मजदूर का मोबाइल लेकर डायल 100 को फोन करने का प्रयास किया। फोन तो लग गया, लेकिन उसमें कहा जा रहा था एक, दो दबाए। इन विकल्पों को बुजुर्ग समझ ही नहीं पाया। जिसके कारण वह पुलिस को बुला ही नहीं पाएं। इसके बाद अपने भांजे को फोन लगाया।