नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एमवाय अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के एनआईसीयू वार्ड में नवजातों को चूहे द्वारा कुतरने के मामले में पेस्ट कंट्रोल सहित चूहा पकड़ने के मामले में प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। एमजीएम से जुड़े सभी अस्पतालों में अब 15 दिन के बजाय सात दिन में पेस्ट कंट्रोल किया जा रहा है। पहले जिम्मेदार चूहे दिखाई देने पर नजरअंदाज कर देते थे। लेकिन घटना के बाद एक सितंबर से अब तक करीब 40 चूहे पकड़ लिए गए है।
इन चूहों को एमवाय अस्पताल के तलघर, गार्डन, ओपीडी आदि स्थानों से पिंजरे और रोडेंट बाक्स की मदद से पकड़ा गया है। पेस्ट कंट्रोल की एजेंसी बदलने के बाद यह भी सामने आया कि अस्पताल में पहले से लगे रोडेंट बाक्स खराब हो चुके थे। इसके कारण इनसे चूहे पकड़ में आ ही नहीं पा रहे थे। सिर्फ दिखावे के लिए इन्हें लगाया गया था। यहीं कारण है कि अब नए रोडेंट बाक्स लगाए गए है।
अस्पताल परिसर में अस्पताल में चूहों के सैकड़ों बिल है। यह बिल तलघर, वॉर्ड की दीवारों, गार्डन, अस्पताल की दीवारों के पास आदि जगह स्थित है। इन बिलों को बंद करने का कार्य PWD द्वारा किया जाएगा। इसके लिए विभाग के इंजीनियर ने नौ सितंबर को तलघर सहित अस्पताल के अन्य स्थानों का निरीक्षण किया था। विभाग द्वारा इसके लिए सर्वे भी किया जाएगा। सर्वे करने के बाद योजना बनाई जाएगी कि किस तरह से इन बिल को बंद किया जाएगा। फिर बजट बनाकर अस्पताल प्रशासन को दिया जाएगा। यानी चूहों का रास्ता बंद करने में अभी कितना समय लगेगा यह तय नहीं है।
यह भी पढ़ें- Indore के लोगों के लिए खुशखबरी... बेंगलुरु के लिए बेहतर होगी हवाई कनेक्टिविटी, मिलेगी छह उड़ानों की सुविधा
एमवायएच प्रभारी अधीक्षक डॉ. बसंत निंगवाल ने कहा किअस्पताल में लगातार चूहे के रोकथाम के लिए प्रयास जारी है। चूहे पकड़ने की कार्रवाई भी की जा रही है। अस्पतालों में पिंजरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।