Indore News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर का नाम रोशन करने वाले युवाओं में अब एक और नाम शामिल हो गया है। यहां के होनहार छात्र को नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम में अवसर मिला है। यह प्रोग्राम नासा के हंट्सविल सेंटर में होगा। इंदौर के आगम जैन यह प्रोग्राम पूरा करने वाले दूसरे भारतीय विद्यार्थी होंगे।
चार अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पेस प्रोग्राम में भी चयन
इसके पहले आंध्रा प्रदेश की जानवी डंगेती को यह अवसर मिला था। उन्हें सरकार की तरफ से पचास लाख रुपये की राशि भी प्रदान की गई थी। अब अपनी मेहनत से यह सफलता आगम ने हासिल की है। साथ ही उन्हें चार अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पेस प्रोग्राम में भी चुना गया है।
बचपन से ही उत्सुकता
बचपन से अंतरिक्ष, ग्रहों और तारों की दुनिया के बारे में जानने की उत्सुकता ने उसे इस मुकाम पर पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि वे हंट्सविल अलबामा में रहकर अंतरिक्ष यात्री बनने की ट्रेनिंग लेंगे। इसकी ट्रेनिंग नासा के वरिष्ठ विज्ञानी देंगे। साथ ही प्रोग्राम में उन्हें मल्टी एक्सेस ट्रेनिंग और पानी के अंदर रौकेट लांच करने के भी जानकारी दी जाएगी। इस प्रोग्राम के तहत आगम सात दिनों तक अंतरिक्ष विज्ञानी की तरह ही सेंटर पर रहेंगे।
एक चैप्टर ने दिखाई दिशा
आगम ने बताया कि बचपन से ही उन्हें अंतरिक्ष के बारे में जानने की रुचि बढ़ गई है। उन्होंने वाक्या याद करते हुए बताया कि एक दिन पांचवी कक्षा में पर्यावरण अध्ययन की पढ़ाई करते हुए सुनीता इन स्पेस चैप्टर पढ़ रहा था। उस चैप्टर ने मेरे भीतर अंतरिक्ष को जानने की इच्छा जागृत की।
किताबों से पाया ज्ञान
अंतरिक्ष की ओर बढ़ती रुचि के चलते मैंने कई अन्य किताबें पढ़ना शुरू कर दिया। इसी के चलते मैं अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा में काफी प्रेरित हुआ। इसके लिए मुझे घरवालों ने भी लगातार सपोर्ट किया और धीरे-धीरे मेरी रुचि एयरस्पेस की ओर बढ़ती चली गई।
अंतरिक्ष से संबंधित कार्यक्रमों में लिया हिस्सा
उन्होंने कहा कि आखिर में मैंने तय कर लिया कि एयरस्पेस की ही पढ़ाई करूंगा और अंतरिक्ष विज्ञानी बनूंगा। इसके बाद कई अंतरिक्ष से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होने लगा। इसी के चलते स्कूल में एक बार वाटर राकेट प्रोजेक्ट में भी हिस्सा लिया था। वहीं 12वीं में पीसीएम लेकर एयरस्पेस इंजीनियरिंग विषय की पढ़ाई की।
इसरो में इंटर्नशिप के बाद मिले पांच प्रोग्राम में शामिल होने का मौका
आगम ने इससे पहले दो महीने की इसरो में इंटर्नशिप भी की है। अब उनका नासा सहित पांच अलग-अलग प्रोग्राम में चयन हुआ है। नासा में सिलेक्शन पर उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम के लिए मैंने आनलाइन अप्लाई किया था। इसमें प्रवेश देने के लिए नासा दो राउंड में परीक्षा कराता है।
पहले राउंड में नासा आनलाइन रिटर्न परीक्षा लेता है और दूसरे राउंड में नासा के अधिकारी व विज्ञानी इंटरव्यू लेते हैं। इसके करीब एक महीने बाद सिलेक्शन का जवाब आया था। आगम ने बताया कि प्रोग्राम में चुने गए विद्यार्थियों को तीन हजार 950 यूएस डालर फीस देनी होती है। साथ ही विद्यार्थियों को प्रोग्राम में रिवार्ड सहित डिप्लोमा प्रदान किया जाता है। इस प्रोग्राम के बाद अगर अमेरिका या भारत कोई स्पेस प्रोग्राम करता है, तो अंतरिक्ष में जाने के लिए आगम को पहला मौका दिया जाएगा।
इन प्रोग्रामों में शामिल होंगे इंदौर के आगम
आगम को पासम फ्लोला टेक यूएस के प्रोजेक्ट में भी शामिल होने का मौका मिला है। इस प्रोग्राम के लिए दुनिया के 12 बच्चों को चुना गया है, जिसमें आगम भी हैं। साथ ही उनका हवाई में होने वाले हाइसिस ऐनेलौग ऐस्ट्रो प्रोग्राम में भी चयन हुआ है। इसके लिए विश्वभर के मात्र छह बच्चों को चुना गया है। यहीं नहीं आगम को पौलेंड में होने वाले एनालाग ऐस्ट्रोनोड ट्रेनिंग में भी जाने का मौका मिला है। इसमें भी विश्वभर के छह बच्चों को ही चुना गया है। आगम पौलेंड में होने वाले लुनेरिस एनालाग एस्ट्रोनाट मिशन के लिए भी सिलेक्ट हुए हैं।
आगम की सहायता करेंगे सासंद
आगम ने बताया कि नासा में जाने के लिए मैंने सरकार से मदद मांगी थी। इसके लिए सांसद शंकर लालवानी ने आर्थिक प्रदान करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि इंदौर के युवा का चुनाव नासा के प्रोग्राम के लिए हुआ है। नासा में जाने के लिए आगम की हर संभव मदद की जाएगी।