नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। कमिश्नोरेट के शीर्ष अधिकारी एक थाने में दो टीआई (निरीक्षक) पदस्थ करने की तैयारी में हैं। प्रयोग के तौर पर दो जोन के चार थानों से इसकी शुरुआत हो सकती है। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने खाका तैयार करवाया है। ऐसा करने वाला इंदौर प्रदेश का पहला शहर होगा।
दिसंबर 2021 में इंदौर-भोपाल में कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी। उस वक्त भी कानून व्यवस्था संभालने के लिए मुंबई-दिल्ली की तर्ज पर एक थाने में दो टीआई पदस्थ करने पर विचार हुआ था पर योजना लागू नहीं की गई।
हाल ही में आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, कोलकाता की कमिश्नर प्रणाली का अध्ययन करवाया और रात्रि गश्त, समीक्षा के तौर तरीकों में बदलाव किया। सकारात्मक परिणामों को देखते हुए कानून व्यवस्था संभालने और अपराधों पर नियंत्रण करने के लिए एक थाने में दो टीआई पदस्थ करने की योजना बनाई।
विश्लेषण करने के बाद तय हुआ कि शुरुआत में बाणगंगा, लसूड़िया, विजय नगर और कनाड़िया जैसे बड़े थानों में दो-दो टीआई पदस्थ किए जा सकते हैं। इनके अलावा खजराना, चंदन नगर में भी यह प्रयोग हो सकता है। थाने में समकक्ष टीआई के स्थान पर एक जूनियर टीआई होगा।
इंदौर कमिश्नोरेट में 33 थाने हैं। इनमें एक-एक ही टीआई है। अपराध शाखा और ट्रैफिक में ही टीआई की संख्या ज्यादा है। वर्तमान में पुलिस लाइन में भी टीआई की संख्या ज्यादा है। एक थाने में दो टीआई पदस्थ करने पर पुलिस लाइन में पदस्थ निरीक्षकों को भी मौका मिल सकता है। कानून व्यवस्था, वीआईपी ड्यूटी, विवेचना की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।