नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एयरपोर्ट रोड पर हुए ट्रक हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। शनिवार को हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि शहर में प्रवेश के 19 मार्गों पर भारी वाहनों के लिए दिन में सख्त नो-एंट्री लागू की जाएगी। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे और बोर्ड लगाए जाएंगे।
बैठक में तय हुआ कि अब पेट्रोलियम, सब्जी, दूध और फल जैसे आवश्यक सेवा वाहनों के लिए अलग रूट बनाए जाएंगे। इन वाहनों को शहर में प्रवेश देने से पहले फिटनेस, परमिट और ड्राइवर लाइसेंस की जांच होगी। वहीं, भीड़भाड़ वाले बाजार, अस्पताल और स्कूल वाले मार्गों से इन्हें दूर रखा जाएगा।
सड़क सुधार को लेकर बायपास और सर्विस रोड पर डामरीकरण की योजना बनी। रालामंडल, एमआर-10, बेस्ट प्राइस और अर्जुन बडौद के सर्विस रोड पर डामर डाला जाएगा। निर्माण कार्यों की वजह से लगने वाले जाम की निरंतर निगरानी होगी।
बस स्टैंड व्यवस्था
बैठक में नायता मुंडला बस स्टैंड को दो दिन में आवश्यक सुविधाओं से लैस करने का निर्णय हुआ। नौलखा बस स्टैंड से चलने वाली सभी बसें अब यहां से संचालित होंगी। एआईसीटीसीएल की कुछ बसें भी यहीं से चलेंगी। हाईकोर्ट से बस संचालकों की याचिका खारिज होने के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
बैठक में लिए गए फैसले और चुनौतियां
भारी वाहनों पर नो-एंट्री
दिन में प्रवेश पर प्रतिबंध, केवल तय समय पर ही प्रवेश मिलेगा।
परेशानी: व्यापारी और ट्रांसपोर्टरों को समय पर माल पहुंचाने में दिक्कत।
कैमरों से निगरानी
19 मार्गों पर कैमरे लगाए जाएंगे, नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी।
परेशानी: पुलिस बल की तैनाती न होने पर तेज रफ्तार ट्रकों को रोकना मुश्किल।
सेवा वाहनों के रूट तय
पेट्रोलियम, दूध, सब्जी और फल वाहनों के लिए अलग रूट होंगे।
परेशानी: ई-रिक्शा रूट तय नहीं कर पाए, सेवा वाहनों पर अमल कैसे होगा?
वाहन और ड्राइवर की जांच
प्रवेश मार्ग पर फिटनेस और लाइसेंस चेकिंग होगी।
परेशानी: यह जांच कितनी नियमित और प्रभावी होगी, तय नहीं।
यातायात सुधार समीक्षा
हर माह बैठक और विशेषज्ञों से सुझाव।
परेशानी: पिछली बैठकों के फैसले अब तक अमल में नहीं।
बस स्टैंड और यात्री व्यवस्था
अवैध बस स्टैंड और गलत जगह बस रोकने वालों पर कार्रवाई।
परेशानी: तय बस स्टॉप चिन्हित नहीं, बसें मनमाने ढंग से रुक रही हैं।
यातायात सुधार से जुड़े मुद्दे
पालदा नाका से नायता मुंडला तक सड़क का निर्माण।
रिंग रोड पर इंटरस्टेट बसों पर प्रतिबंध।
राजीव गांधी चौराहे से चोईथराम तक ठेले हटाना।
अरविंदो अस्पताल से बारोली तक अवैध दुकानें हटाना।
जुपिटर अस्पताल के सामने कट पाइंट बंद करना।
सिटी बसों के स्टॉप पर रोड मार्किंग जरूरी।
निर्णय और हकीकत
ट्रैफिक सिग्नल: 39 से 100 लगाने का निर्णय, अब तक अधूरा।
अवैध बस स्टैंड: हटाने की घोषणा, लेकिन यथास्थिति कायम।
एंबुलेंस और ट्रॉमा सेंटर: हर हाईवे पर वादा, अधूरा।
ब्लैक स्पॉट: 31 स्थान सुधार का दावा, स्थिति जस की तस।
अतिक्रमण: हटाया, लेकिन कुछ दिन में लौट आया।
ई-चालान: लाखों बकाया वसूली बाकी।
ई-रिक्शा प्रतिबंध: राजवाड़ा क्षेत्र में कड़ाई का वादा, अमल कमजोर।
स्पीड ब्रेकर: अनुमति के बिना न बनाने का आदेश, नियम टूट रहे।
बिजली पोल: कई सड़कों पर अब भी बीच में खड़े।
बसें: सड़क पर कहीं भी रोककर सवारी बैठाना जारी।
इसे भी पढ़ें- Indore में अवैध गैस भंडारण व रिफिलिंग सेंटर पर खाद्य विभाग की कार्रवाई, सिलेंडर जब्त