नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर शहर में हुए सड़क घोटाले के लिए सिर्फ ठेकेदार कंपनी ही नहीं, निगम के तत्कालीन अधिकारी, इंजीनियर भी जिम्मेदार हैं। ठेकेदार कंपनी ने निर्माण के वक्त न पर्याप्त भराव किया न सड़क के कांट्रेक्शन ज्वाइंट को लेकर ध्यान रखा। निगम के इंजीनियरों की जिम्मेदारी सड़क की गुणवत्ता पर ध्यान देने की थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। असर यह हुआ कि सड़कें धंसने लगी हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस गलती को सुधारने का एक ही तरीका है कि एपोक्सी कंक्रीट का इस्तेमाल कर धंसे हुए हिस्से को सड़क के मुख्य भाग के बराबर लाया जाए। ऐसा करके सड़क को कुछ वर्ष के लिए यातायात के लायक बनाया जा सकता है।
हालांकि इस बात की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि वह दोबारा नहीं धंसेगी। इधर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर में पिछले एक दशक में बनी कंक्रीट की सड़कों की जांच की बात कही है।
पिछले एक दशक में तैयार की गई ज्यादातर कांक्रीट सड़कें अब धंसने लगी हैं। इनके निर्माण के वक्त दावा किया गया था कि इन सड़कों की मजबूती इतनी जबरदस्त है कि इन्हें 25 वर्ष तक रखरखाव की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ सड़कें तो ऐसी भी हैं जिन्हें बने हुए अभी सिर्फ एक वर्ष ही हुआ है, लेकिन धंसने लगी हैं।
फूटी कोठी चौराहे से रणजीत हनुमान सड़क की स्थिति तो यह है कि इसका एक हिस्सा दो इंच तक धंस गया है। नईदुनिया ने गुरुवार के अंक में शहर में हुए सड़क घोटाले की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। नईदुनिया के साथ मौके पर पहुंची विशेषज्ञों की टीम के मुताबिक सड़क निर्माण में गलती दो स्तर पर हुई।
पहली गलती ठेकेदार कंपनी ने की, दूसरी निगम के जिम्मेदारों ने। कंपनी की जिम्मेदारी थी कि वह निविदा की शर्तों को पूरा करते हुए सड़क बनाती और निगम के जिम्मेदारों की गलती यह हुई कि उन्होंने गुणवत्ता की जांच ही नहीं की। समय पर ही कार्य की गुणवत्ता जांच ली जाती तो सड़क धंसने की नौबत नहीं आती।
कांट्रेक्शन ज्वाइंट का मतलब है संकुचन जोड़। यह निर्माण में इस्तेमाल होता है। यह एक तरह की दरार होती है हर चार-पांच मीटर की दूरी पर कंक्रीट की संरचना में तनाव को कम करने के लिए बनाई जाती है।
इसी तरह एपोक्सी कंक्रीट एक तरह की परत होती है जो मजबूत, टिकाऊ और रासायनिक प्रतिरोधी होती है। एपोक्सी कांक्रीट की कोटिंग करने से पहले जो सड़क धंस गई है उसे कुछ इंच छीला जाता है ताकि एपोक्सी कंक्रीट की परत बिछाकर धंसे हुए हिस्से को मुख्य सड़क के स्तर पर लाया जा सके।
सड़कों के धंसने का मामला सामने आया है। हम जांच करेंगे। इस बात पर भी विचार करेंगे कि फिलहाल क्या किया जा सकता है ताकि सड़क पर आवागमन जारी रहे और धंसने की वजह से कोई हादसा भी न हो। सड़कों का जो हिस्सा धंस गया है उसे सुधारने का काम जल्द शुरू करेंगे। -शिवम वर्मा, निगमायुक्त इंदौर नगर निगम