
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सराफा चाट-चौपाटी को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। चौपाटी से हटाए गए दुकानदार शनिवार को फिर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और राजस्व समिति प्रभारी निरंजनसिंह चौहान से मिलने पहुंचे। इन दुकानदारों का आरोप है कि वे सालों से सराफा चौपाटी में दुकान लगा रहे थे, लेकिन उन्हें अनुमति देने के बजाय तीन-चार साल से दुकान लगाने वालों का नाम सूची में शामिल कर लिया गया है।
महापौर ने दुकानदारों को आश्वस्त किया कि इस सूची में मेमोज, चाइनीज की दुकान वाले शामिल हो गए हैं तो वे उसके नाम के साथ शिकायत करें। जांच में शिकायत सही पाई गई तो ऐसे दुकानदार बाहर किए जाएंगे। इसी तरह अगर कोई सालों से दुकान लगाने वाला दुकानदार सूची से बाहर हो गया है तो वह भी आवेदन दे। ऐसे दुकानदारों को सूची में शामिल भी किया जा सकता है।

शनिवार को हुई मुलाकात में हटाए गए दुकानदारों ने महापौर से सराफा के आसपास उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराने की मांग की। इधर, कांग्रेस भी इस विवाद को लेकर मैदान में उतर गई है। सराफा चौपाटी में निगम ने फिलहाल 69 दुकानदारों को दुकान लगाने की अनुमति दी है। इन दुकानदारों को नंबर भी अलाट हो चुके हैं। चौपाटी से हटाए गए 100 से ज्यादा दुकानदार इस व्यवस्था से आक्रोशित हैं।
इधर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि है सराफा बाजार की ऐतिहासिक धरोहर को नगर निगम ने मजाक बना दिया है। सराफा की चौपाटी में सिर्फ पारंपरिक व्यंजन की पुरानी दुकानों को अनुमति दी जाना चाहिए, पर जिन दुकानों को अनुमति दी गई है उससे लगता है कि सराफा बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों को पुरातन दुकान का संचालक बताकर उनके नाम सूची में जोड़े गए हैं।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव से सीधी बात
मोमोज, चाइनीज की दुकान वाले होंगे बाहर, संशोधित हो सकती है सूची
सवाल : क्या दुकानों की संख्या में संशोधन होगा या 69 दुकानें ही रहेंगी?
जवाब : यह संख्या कम और ज्यादा दोनों हो सकती है। वर्तमान में स्वीकृत 69 दुकानों में भी अगर कोई मेमोज या चाइनीज की दुकान होगी तो उसे हटाया जाएगा। इसी तरह अगर कोई आवेदन आता है और आवेदक कहता है कि वह वर्षों से सराफा में पारंपरिक व्यंजन की दुकान लगा रहा था तो हम उसके बारे में विचार करेंगे। सराफा में सिर्फ पारंपरिक व्यंजनों की दुकानें रहेंगी।
सवाल : दुकानों की संख्या किस आधार पर तय की गई?
जवाब : दुकानों की सूची सराफा चाट-चौपाटी एसोसिएशन और सराफा व्यापारी एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से दी गई है। हमने इसमें कोई बदलाव नहीं किया है।
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सवाल : चौपाटी से हटाए गए दुकानदारों के लिए क्या वैकल्पिक स्थान तलाशा जाएगा?
जवाब : हम प्रयास कर रहे हैं।
सवाल : शनिवार को कुछ दुकानदार आपसे मिलने आए थे। क्या हुआ?
जवाब : जी, जिन दुकानदारों को हटाया है वे मिलने आए थे। उन्हें कुछ वैकल्पिक स्थान सुझाए गए हैं।