नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। तलावलीचांदा स्थित सिंगापुर टाउनशिप के रहवासियों के लिए एक अच्छी खबर है। एक महीने में 60 हजार से ज्यादा रहवासियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। पश्चिम रेलवे ने दूसरे अंडरपास से आवागमन के लिए काम शुरू कर दिया है। अंडरपास चौड़ीकरण के लिए नई दीवार बनाई जा रही है। इसके बनने के बाद पुरानी दीवार तोड़ दी जाएगी और दूसरे अंडरपास को एक महीने में शुरू कर किया जाएगा।
इस मुद्दे को लेकर रहवासियों ने आंदोलन किया था और हस्ताक्षर अभियान चलाया था। इसके अतिरिक्त एक जुलाई को कलेक्टोरेट के बाहर प्रदर्शन कर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया था। रहवासियों ने रेलवे के डीआरएम को पत्र लिखकर अंडरपास शुरू करने की मांग की थी।
नईदुनिया ने इस क्षेत्र की जनता की समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। सिंगापुर टाउनशिप के हजारों वाहन चालक पिछले दो वर्षों से दूसरे रेलवे अंडरपास की मांग कर रहे थे। वे रोजाना सुबह से रात तक अंडरपास के नीचे घंटों लगने वाले जाम से परेशान थे। यहां 32 स्थापित और विकासशील कॉलोनियों के साथ-साथ सात गांवों के वाहन चालक आवागमन करते हैं।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि पश्चिम रेलवे ने दूसरे रेलवे अंडरपास के निर्माण के लिए नई दीवार बनाने का कार्य पिछले 15 दिनों से शुरू कर दिया है। वर्षाकाल के दौरान अंडरपास में पानी भरने से जमीन करीब डेढ़ फीट धंस गई थी, जिसके मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। पंचवटी तिराहा से सिंगापुर टाउनशिप की ओर जाने वाले मार्ग पर वर्तमान दीवार के पीछे चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है।
इसके लिए करीब 20 फीट चौड़ी और 60 फीट लंबी नई दीवार बनाई जा रही है। खोदाई का कार्य पूरा हो चुका है और नई दीवार के निर्माण के लिए लोहे के सरिये डालकर कार्य जारी है। यह निर्माण कार्य लगभग एक महीने में पूरा हो जाएगा, जिसके बाद हजारों वाहन चालकों को अलग-अलग अंडरपास की सुविधा मिलेगी।
इससे रोजाना लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। फिलहाल, जाम न लगे इसके लिए दोनों ओर दो गार्ड सुबह से रात तक तैनात रहते हैं। वर्षा के पानी को अंडरपास में भरने से रोकने के लिए दो मोटर भी लगाई गई हैं, जो पानी एकत्रित होने पर सक्रिय हो जाती हैं।
रहवासी यशवंत परमार एवं उदय परिहार ने बताया कि सिंगापुर टाउनशिप से शहर की ओर आवागमन के लिए एकमात्र रास्ता महज नौ फीट चौड़ी सुरंग है, जो 2015 में बनी थी। जून 2023 में यह सुरंग तीन रेलवे लाइनों के विस्तार के बीच दबकर लंबी हो गई, लेकिन चौड़ाई वही रही। इसकी लंबाई 70 बाय नौ फीट है।
नतीजतन, सुबह-शाम यहां हजारों वाहन, स्कूल बसें, एंबुलेंस और दुपहिया वाहन गुजरते हैं, जिससे कई बार घंटों लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है। हजारों रहवासियों ने रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के लिए जोर दिया, लेकिन अज्ञात कारणों से प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया। अप्रैल में डीआरएम रतलाम से दूसरे अंडरपास के शीघ्र निर्माण की गुहार लगाई गई थी, जिसका जवाब मिला था कि यह जल्द ही शुरू होगा।
महिला नीरजा राय, सार्थक जोशी, लक्ष्मण राजपूत, पराग दुबे आदि ने बताया कि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और स्कूल बसें जाम में घंटों फंसी रहती हैं, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। लेकिन अब दूसरे अंडरपास के शुरू होने से समस्याओं का समाधान होगा। कांग्रेस नेता हंसराज मंडलोई ने कहा कि दूसरे अंडरपास के शुरू होने से हजारों वाहन चालकों की रोजाना की दिक्कत दूर हो जाएगी, जो एक सराहनीय पहल है।
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