नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। अपने अनूठे स्वाद और माहौल के लिए देश भर में प्रसिद्ध इंदौर की सराफा चाट-चौपाटी पर संकट गहरा गया है। चांदी-सोना-जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन ने रात के समय अपनी दुकानों के बाहर लगने वाली व्यंजन दुकानों को जगह देने से इनकार कर दिया है। दो दिन से व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारी सराफा की एक-एक दुकान पर जाकर सदस्यों को चबूतरे किराए पर नहीं देने के लिए कह रहे हैं।
शुक्रवार शाम एसोसिएशन ने सराफा बाजार में घोषणा भी करवाई। सूचना जारी की गई कि जो दुकानों के चबूतरे चौपाटी के लिए किराये पर देगा, उसके विरुद्ध एसोसिएशन कार्रवाई करेगा। उधर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा है कि व्यापारी भले ही चबूतरे किराए पर न दें, लेकिन जो परंपरागत दुकानें चौपाटी में लगती रही हैं, वे लगती रहेंगी। हम इन दुकानों को सड़क पर जगह देंगे।
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अविनाश शास्त्री कहते हैं कि होलकर राजाओं के जमाने में सोने-चांदी-जवाहरात के व्यापार के लिए सराफा बाजार बसा। पुराने दौर में बिजली और रोशनी सीमित थी, ऐसे में बाजार जल्दी बंद होते थे। एक-दो मिष्ठान व्यापारी घर से मिठाई बनाकर लाते और बाजार की बंद दुकानों के बाहर बेचते थे। करीब 40-50 साल पहले इस परंपरा ने चौपाटी का रूप ले लिया।
देश-दुनिया से इंदौर-उज्जैन आने वाले लोग सराफा पहुंचकर यहां के व्यंजनों का लुत्फ लेना नहीं भूलते। बीते कुछ सालों में सराफा चौपाटी में परंपरागत व्यंजनों के अलावा फास्ट फूड और चाइनीज व्यंजनों की दुकानें भी शुरू हो गईं। इससे न सिर्फ व्यवस्था में परेशानी होने लगी बल्कि अग्नि दुर्घटनाओं की आशंका भी रहती है। त्योहारों के समय जब सराफा दुकानें अधिक देर तक खोले रखने की आवश्यकता होती है तब भी चौपाटी की वजह से दुकानदार ऐसा नहीं कर पाते।
एसोसिएशन के मंत्री बसंत सोनी के अनुसार बीते कुछ वर्षों में चाट-चौपाटी में उपयोग हो रहे गैस सिलिंडर, चौपाटी से फैलने वाली गंदगी और सड़क पर लगने वाले जाम से सराफा बाजार के असल कारोबार पर संकट आने लगा। निगम का प्रस्ताव नामंजूर नगर निगम ने सालभर पहले ही सराफा चौपाटी का सर्वे किया था।
अग्नि सुरक्षा के लिहाज से चौपाटी की दुकानों को खतरा माना गया। इसके बाद भी नगर निगम बीच का रास्ता निकालने में जुटा है। नगर निगम ने घोषणा की कि खानपान की पुरानी करीब 80 दुकानों को रहने दिया जाएगा, शेष हटा दी जाएंगी। इस प्रस्ताव को मानने से सराफा व्यापारियों ने इनकार कर दिया है।
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चांदी-सोना-जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष हुकम सोनी ने कहा कि कोई भी सराफा व्यापारी चौपाटी लगाने के लिए चबूतरा एक सितंबर से किराए पर नहीं देगा। जो इसका उल्लंघन करेगा उस पर व्यापारी एसोसिएशन सख्त कार्रवाई भी करेगा।
रात्रिकालीन सराफा चाट-चौपाटी अध्यक्ष रामजी गुप्ता परंपरागत सराफा चाट-चौपाटी का अस्तित्व बनाए रखा जाए। व्यापारियों से भी निवेदन करेंगे कि परंपरागत 80 दुकानें लगने दी जाएं।