नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इंदौर क्षेत्र तीन से विधायक गोलू शुक्ला पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। बीते दिनों इंदौर-उज्जैन रोड पर हुई बस दुर्घटना के मामले में पटवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पटवारी ने लिखा, 'इंदौर-उज्जैन की सड़कों पर अराजकता और माफियाओं का तांडव है। जब मुख्यमंत्री का गृह जिला उज्जैन और प्रभार का जिला इंदौर ही सुरक्षित नहीं है तो प्रदेश की जनता किस सिस्टम पर भरोसा करे।'
पटवारी ने धरमपुरी में रिंगनोदिया गांव में 18 सितंबर को हुई दुर्घटना में एक दंपति के साथ उनके दो बेटों को भी बस ने कुचल दिया था। पटवारी ने मांग की है कि यदि बस के संचालन में गोलू शुक्ला या उनका परिवार जुड़ा है तो विधायक की जवाबदेगी तय कर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। पटवारी ने पत्र में लिखा है कि सवाल उठता है, जब बस किसी भाजपा विधायक के कार्यालय से चल रही हो, तो उसकी जिम्मेदारी तय क्यों नहीं हो? क्या विधायक के रसूख के कारण चार निर्दोष लाशों को यूं ही भुला दिया जाएगा?
पटवारी ने पांच अन्य सड़क दुर्घटनाओं का हवाला भी दिया है। इसमें इंदौर का चर्चित बेकाबू ट्रक कांड तो है ही, मंदसौर और उज्जैन बदनावर मार्ग पर हुई दुर्घटनाओं का भी उल्लेख किया गया है। पटवारी ने सवाल दागा है कि क्या यह सिर्फ संयोग है? या फिर सच यह है कि बस और ट्रांसपोर्ट माफिया भाजपा नेताओं के संरक्षण में आम जनता को कुचल रहे हैं? क्योंकि, अब ये केवल “आम-दुर्घटनाएं” नहीं रह गई हैं, यह एक व्यवस्था-गत विफलता है, जिसके लाभार्थी वही लोग हैं, जिनके राजनीतिक संरक्षण से ट्रेवल-आपरेटर और बस-मालिक आराम से नियम तोड़ते आ रहे हैं। अगर सरकार अभी भी स्पष्ट, त्वरित और कठोर कदम नहीं उठाती है, तो जनता का गुस्सा सड़क उबल कर बाहर आएगा।
साथ ही मांग की है कि दुर्घटना प्रभावितों के परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा देने के साथ स्वतंत्र जांच समिति गठित कर जांच करवाई जाना चाहिए। पटवारी ने कहा कि यदि अगले 72 घंटे के भीतर आपने ठोस कदम नहीं उठाए, तो कांग्रेस अदालत का दरवाजा खटखटाने पर बाध्य होगी।