Metro In Indore: इंदौर-देवास रेल लाइन पर मेट्रो गर्डर की लांचिंग के लिए रेलवे को लेना होगा ब्लाक
Metro In Indore: नवंबर के आखिरी सप्ताह में हो सकती है लांचिंग, प्रस्ताव पश्चिम रेलवे के पास पहुंचा।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Thu, 09 Nov 2023 08:11:49 AM (IST)
Updated Date: Thu, 09 Nov 2023 11:37:11 AM (IST)
रेल लाइन पर मेट्रो लाइन की अनुमति रेलवे पहले ही दे चुका है।HighLights
- गांधी नगर चौराहे से लवकुश चौराहे तक मेट्रो ट्रैक तैयार कर ट्रायल रन पूरा हो चुका है।
- लवकुश चौराहे से रोबोट चौराहे तक ट्रैक तैयार किया जाना है।
- मेट्रो कंपनी को एमआर-10 स्थित इंदौर-देवास रेल लाइन पर कंपोजिट गर्डर लगाने का कार्य करना है।
Metro In Indore: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सुपर कारिडोर स्थित गांधी नगर चौराहे से लवकुश चौराहे तक मेट्रो ट्रैक तैयार कर ट्रायल रन पूरा हो चुका है। अब लवकुश चौराहे से रोबोट चौराहे तक ट्रैक तैयार किया जाना है। इस रूट के सभी पियर तैयार हो चुके है और वायडक्ट सेग्मेंट लांचिंग का कार्य जारी है। मेट्रो कंपनी को एमआर-10 स्थित इंदौर-देवास रेल लाइन पर कंपोजिट गर्डर लगाने का कार्य करना है। इसकी अनुमति का प्रस्ताव पश्चिम रेलवे के पास भेजा गया है। संभावना है कि नवंबर के आखिरी सप्ताह में गर्डर लांचिंग हो सकती है।
मेट्रो प्रोजेक्ट का सेग्मेंट एमआर-10 स्थित
इंदौर-देवास रेल लाइन के ऊपर से भी गुजरेगा। यहां पर मेट्रो के पियर रेलवे की जमीन छोड़कर बनाए गए हैं। रेलवे लाइन पर मेट्रो कंपनी द्वारा कंपोजिट गर्डर लगाई जाएगी। इसके लिए मेट्रो कंपनी ने तैयारी शुरू कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि नवंबर के आखिरी में गर्डर लगाने का काम किया जाएगा। रेल लाइन पर मेट्रो लाइन की अनुमति रेलवे पहले ही दे चुका है। अब गर्डर लगाने के लिए रेलवे को इंदौर-देवास रूट पर ब्लाक लेना होगा।
रतलाम मंडल ने इसकी अनुमति के लिए पश्चिम रेलवे को पत्र भेज दिया है। इसके बाद गर्डर की लांचिंग हो सकेगी। हालांकि अभी तक रेलवे ने इसको लेकर अंतिम फैसला नहीं लिया है।
तीन लाइन के हिसाब से लगेगी गर्डर
इंदौर-देवास-उज्जैन रेल लाइन का दोहरीकरण कार्य जारी है। दिसंबर तक दोहरीकरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे ने एमआर-10 पर मेट्रो की लाइन के लिए अनुमति जारी की है। यहां पर रेलवे की जमीन छोड़कर पियर बनाए गए हैं। भविष्य में तीसरी लाइन की आवश्यकता को देखते हुए रेलवे ने अपनी जमीन पर पियर लगाने की अनुमति नहीं दी थी। इसलिए रेलवे की जमीन छोड़कर पियर बनाए गए हैं। यहां के हिसाब से 45 मीटर लंबी गर्डर लगाई जाएगी।
लवकुश चौराहे पर भी लगेंगे सिग्मेंट
लवकुश चौराहे से रोबोट चौराहे तक सेग्मेंट लांचिंग का कार्य जारी है। लवकुश, बापट और रेडिसन चौराहे पर सेग्मेंट लांचिंग का कार्य बाकी है। इसमें लवकुश चौराहे पर लांचिंग के दौरान यातायात परिवर्तित करना होगा। यहां उज्जैन जाने वाले वाहनों का दबाव अधिक रहता है। सभी सेग्मेंट लांचिंग के बाद रोबोट चौराहे तक मेट्रो का कार्य पूरा हो जाएगा।