
नवीन यादव, इंदौर। रनवे के टर्न पैड चौड़े करने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन ने दो माह के लिए रात 11 से सुबह 6 बजे तक उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है। इससे भले ही रात को एयरपोर्ट बंद रहने लगा है, लेकिन मेट्रो के काम को गति मिल गई है। इस खाली में मेट्रो कंपनी मिट्टी का परीक्षण करती है। रोज रात को कंपनी की मशीन एयरपोर्ट के सामने के क्षेत्र में पहुंचती है और सुबह 5 बजे तक काम कर लौट जाती है। दरअसल, यह क्षेत्र एयरपोर्ट के फनल एरिया में आता है। यहां लैंडिंग करते समय विमान काफी नीचे होते हैं। इसलिए बड़ी मशीनों का उपयोग उस दौरान संभव नहीं है।
प्रधानमंत्री के एयर इंडिया वन विमान को रनवे के अंत से मुड़ने में आने वाली तकलीफ को देखते हुए टर्न पैड चौड़े किए जा रहे है। मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट के सामने से मेट्रो का भूमिगत स्वरूप तय है। इसलिए यहां मिट्टी का परीक्षण किया जाना जरूरी है। दिन में विमान आते-जाते रहते हैं। इसलिए यहां बड़ी मशीनों को लगाना संभव नहीं है। इसलिए हमने रात में यह काम करना तय किया है। अभी एरोड्रम थाने के सामने वाले हिस्से में यह परीक्षण किया जा रहा है। हमारी मशीनें रात में ही काम कर लौट आती हैं। शहर के दूसरे इलाके में तो मिट्टी के 10-10 नमूने तक लिए गए हैं।
पिलर का काम भी तेजी से
अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो से जुड़े दूसरे कामों में भी तेजी आ गई है। अगले साल के ट्रायल रन के लिए चारों स्टेशन काम तेजी से चल रहा है। गांधीनगर में बनने वाले डिपो का काम भी काफी तेजी से चल रहा है। यहां कंपनी ने आरसीसी प्लांट भी लगा लिया है। लखनऊ की एक कंपनी को इसका ठेका मिला है। एलिवेटेड मेट्रो के लिए जरूरी पिलर भी तेजी से बनाए जा रहे हैं। अब तक 71 पिलर तैयार हो चुके हैं। इस माह के अंत तक 80 पिलर तैयार हो जाएंगे।