इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। साल 2007 में आई जब वी मेट फिल्म जरूर देखी होगी। इस फिल्म के अभिनय, कहानी और निर्देशन ने लोगों का दिल जीत लिया था। इसी से मिलती-जुलती एक कहानी इंदौर से सामने आई है।दरअसल, इंदौर की श्रद्धा तिवारी नाम की एक लड़की अपने प्रेमी से शादी करने के लिए घर से भाग गई। इसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि वह किसी और लड़के के साथ शादी कर के घर लौटी।
घर छोड़ने से शादी तक का सफर
गुजराती कॉलेज में पढ़ाई कर रही 22 वर्षीय श्रद्धा की सार्थक नाम के युवक से फोन पर बातचीत होती थी। पिता अनिल तिवारी ने एक दिन नाराज़ होकर उसकी पिटाई की और फोन छीन लिया। इसी से आहत होकर 23 अगस्त को श्रद्धा घर छोड़कर निकल गई।
पिता ने अपहरण का शक जताकर थाने में शिकायत दर्ज कराई और यहां तक कि ज्योतिषी की सलाह पर घर के बाहर श्रद्धा की उलटी तस्वीर तक टांग दी।
इस बीच, श्रद्धा ने गुरुवार रात पिता को कॉल कर बताया कि वह मंदसौर में है और उसने पालिया के रहने वाले करण योगी से शादी कर ली है। इसके बाद परिजन जावरा पहुंचे और दोनों को इंदौर वापस ले आए।
फिल्मी स्टाइल में हुई मुलाकात
टीआई सीबी सिंह के मुताबिक, पूरी कहानी किसी फिल्म जैसी लगती है। दरअसल, श्रद्धा सार्थक से मिलने रेलवे स्टेशन गई थी, लेकिन वह वहां नहीं आया। गुस्से में श्रद्धा रतलाम जाने वाली ट्रेन में बैठ गई और चलती ट्रेन से कूदने की कोशिश करने लगी। तभी उसी ट्रेन में सफर कर रहे करण योगी ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे बचा लिया।
करण पहले गुजराती कॉलेज में इलेक्ट्रिशियन रह चुका है। उसने श्रद्धा से कहा “मैं तुम्हें मरने नहीं दूंगा।” तभी श्रद्धा ने उससे शादी की शर्त रख दी। इसके बाद दोनों महेश्वर पहुंचे और मंदिर में शादी कर ली।
परिवार का विरोध
श्रद्धा ने गुरुवार रात अपने पिता से आईडी कार्ड और मार्कशीट मांगी, तब जाकर परिवार को शादी की जानकारी हुई। पिता अनिल तिवारी ने इस शादी को मानने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि श्रद्धा किसी और के लिए घर से निकली थी, लेकिन बीच में करण की एंट्री हो गई और उसने उससे शादी कर ली। अनिल तिवारी ने यहां तक कहा कि बेटी के मानसिक स्वास्थ्य की जांच होनी चाहिए और उसे कुछ दिनों तक परिवार से अलग रखकर समझना होगा।