MP News: इंदौर में भ्रष्ट अफसर के बेटे-बहू और बेटी के लाॅकर में मिला 2.35 करोड़ का सोना
सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्रसिंह भदौरिया जानता था कि लाकर में हीरे जड़ित करोड़ों के आभूषण है। वह खुद लोकायुक्त को चकमा देकर आभूषण निकालने की फिराक में था। उसने वकीलों को भेज कर बैंक अफसरों से कहा कि अपूर्वा ही लाकर आपरेट करेगी। अफसरों ने बताया लाकर तो फ्रीज कर दिया गया है।
Publish Date: Fri, 24 Oct 2025 08:13:46 PM (IST)
Updated Date: Fri, 24 Oct 2025 08:17:29 PM (IST)
लोकायुक्त टीम सोना की कीमत का अंदाजा लगा रही है।HighLights
- वकील भेज कर दबाव बनाने की कोशिश की।
- अफसरों ने आदेश मांगा तो पीछे हटा भदौरिया।
- जांच करने पहुंची लोकायुक्त पुलिस का शिकंजा।
नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। भ्रष्टाचार कर करोड़ों की चल-अचल संपत्ति अर्जित करने वाले रिटायर जिला आबकारी अधिकारी(डीईओ) धर्मेंद्र भदौरिया से एक बार फिर 2 करोड़ 35 लाख रुपये का सोना मिला है। लोकायुक्त ने सोना उसकी बेटी अपूर्वा और बेटे सूर्यांश,बहू मिनी शुक्ला भदौरिया के लाकर से निकाला है।
आलीराजपुर से रिटायर हुए धर्मेंद्रसिंह भदौरिया के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने 15 अक्टूबर को छापा मारा था। सर्चिंग में लोकायुक्त ने 24 करोड़़ 97 लाख से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति की जानकारी निकाली।
शुक्रवार को टीम ने अपूर्वा का कैनरा(देवासनाका)और सूर्यांश व मिनी का एचडीएफसी(आनंदबाजार) वाला लाॅकर खोला तो अफसर सोने के आभूषणों के बाक्स देख कर दंग हो रहे थे।
टीम ने कैनरा बैंक से डेढ़ करोड़ और एचडीएफसी से 2 करोड़ 35 लाख रुपये कीमती आभूषण निकाले हैं। लोकायुक्त को लाकर खोलने के लिए खुब मशक्कत करना पड़ी। धर्मेंद्रसिंह ने अफसरों पर वकीलों के माध्यम से दबाव बनाने की भी कोशिश की।
आठ दिन से टाल रहा था भदौरिया,कोर्ट के आदेश से खोले लाॅकर
- डीएसपी सुनील तालान के अनुसार धर्मेंद्र भदौरिया को पांच बार नोटिस भेजे गए। आठ दिन तक इंतजार करना पड़ा। बिमारी व अन्य बहानों से लाकर खोलने नहीं आए।
- आखिर में लोकायुक्त पुलिस कोर्ट पहुंची और स्पेशल कोर्ट से ''''फोर्स आपन'''' की अनुमति लेकर शुक्रवार को लाकर खोले गए।
- कैनरा बैंक में कार्रवाई के दौरान भदौरिया के वकीलों ने आपत्ति ली और बैंक अफसरों से कहा कि उनकी अनुपस्थिति में लाकर न खोले जाऐं।
- लोकायुक्त ने कोर्ट के आदेश बताए और कहा कि वह लाकर न खोलने के आदेश बता दें। इसके बाद भदौरिया पीछे हट गया और बेटी अपूर्वा को बैंक भेजा।
- टीम ने पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी करवाई और गवाहों के समक्ष सोने की जब्ती ली। एचडीएफसी बैंक में सूर्यांश उपस्थित हो गया।
- टीम ने साकेत नगर स्थित आईसीआईसीआई बैंक का लॉकर भी खोला लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला। इस लाकर को मार्च 2023 से आपरेट नहीं किया था।
लोकायुक्त से छिपकर सोना निकालना चाहता था भदौरिया
सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्रसिंह भदौरिया जानता था कि लाकर में हीरे जड़ित करोड़ों के आभूषण है। वह खुद लोकायुक्त को चकमा देकर आभूषण निकालने की फिराक में था। उसने वकीलों को भेज कर बैंक अफसरों से कहा कि अपूर्वा ही लाकर आपरेट करेगी। अफसरों ने बताया लाकर तो फ्रीज कर दिया गया है। कैनरा बैंक में निरीक्षक रेणु अग्रवाल ने कार्रवाई की और 1 किलो 658 ग्राम वजनी आभूषण निकाले। एचडीएफसी बैंक में डीएसपी सुनील तालान ने कार्रवाई कर 2 किलो स्वर्ण व हीरे के आभूषण निकाल लिए।