
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही भावांतर योजना के अंतर्गत सोयाबीन की खरीदी 24 अक्टूबर से प्रारंभ होगी। किसान मंडी और उपमंडी में अपनी सोयाबीन की फसल विक्रय कर सकेंगे। इस दौरान किसानों को भावांतर का पंजीयन की रसीद और अपना आधार कार्ड लेकर जाना होगा। साेयाबीन का विक्रय होने के बाद किसानों को भाव में अंतर की राशि किसानों के बैंक खाते में डाली जाएगी।
भावांतर योजना में सोयाबीन की खरीदी के लिए इंदौर जिले की सभी मंडियों में तैयारी पूरी हो चुकी है। जिले की सातों प्रमुख मंडियों और उप मंडियों में योजना के तहत सोयाबीन की खरीदी होगी। खरीदी का कार्य 15 जनवरी तक जारी रहेगा। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और बाजार भाव के बीच का अंतर सरकार द्वारा दिया जाएगा। यह राशि फसल बिक्री के 15 दिन के भीतर भाव में अंतर की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में अंतरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उप संचालक कृषि सीएल केवड़ा ने बताया कि खरीदी के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। जिले में 46,061 किसानों ने पंजीयन कराया है।लक्ष्मीबाई नगर अनाज मंडी, संयोगितागंज मंडी, महू, गोतमपुरा, देपालपुर, सांवेर और चंद्रावतीगंज मंडियों में सोयाबीन की भावांतर में खरीदी होगी। संभाग के आठ जिलों में 1.45 लाख किसानों ने भावांतर योजना में पंजीयन कराया है।
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