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नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: सबका साथ-सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा को अपनों के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। नौ माह बाद मंगलवार को घोषित हुई नगर भाजपा की कार्यकारिणी में जगह नहीं मिलने से नाराज राऊ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भाजपा कार्यालय पर जमकर हंगामा किया।

विरोध करने पहुंचे लोगों ने नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा के कक्ष के बाहर लगी नाम पट्टिका और उनके पोस्टर पर कालिख पोतने के साथ ही उनका पुतला भी जला दिया। पदाधिकारी राऊ क्षेत्र से नीलेश चौधरी को कार्यकारिणी में शामिल नहीं किए जाने से नाराज थे। विरोध प्रदर्शन के बाद भाजयुमो, आइटी सेल सहित भाजपा की अन्य इकाइयों में कार्यरत दर्जनों पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया। उधर नगर अध्यक्ष ने इसे कांग्रेस समर्थित कुछ लोगों का उपद्रव बताते हुए कहा कि ये कुछ लोगों का षडयंत्र है, पूरी भाजपा कार्यकारिणी से संतुष्ट है।
दोपहर करीब डेढ़ बजे भाजपा नगराध्यक्ष ने कार्यकारिणी की घोषणा की। इस सूची के इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होते ही विरोध शुरू हो गया। राऊ क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का कहना था कि उनकी अनदेखी की गई है। वे सालों से भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती के समर्थक को कार्यकारिणी में शामिल करते हुए महामंत्री का पद देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन सूची में जिराती के किसी समर्थक का नाम नहीं है। दोपहर करीब चार बजे राऊ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंच गए और नगराध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने कार्यालय के भीतर घुसकर मिश्रा के कैबिन के बाहर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर सड़क पर मिश्रा का पुतला भी जलाया।
33 सदस्यीय मिश्रा की टीम में पांच महिलाओं को स्थान मिला है। डा. हाड़ा उपाध्यक्ष बनाई गई हैं। कंचन गिदवानी, नेहा शर्मा, मंजू ठाकुर, इंदु श्रीवास्तव, स्वाति काशिद को मंत्री पद सौंपा गया है। वरुण पाल को मीडिया प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा नगर कार्यकारिणी में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला के समर्थकों को ज्यादा महत्व मिला है। हरप्रीत सिंह बक्शी, सुधीर कोल्हे, भूपेंद्र केसरी, दीप्ति हाड़ा, स्वाति काशिद और राजा कोठारी विजयवर्गीय और मेंदोला खेमे से जुड़े हैं। उपाध्यक्ष बनाए गए दीपेंद्रसिंह सोलंकी, कैलाश पिपले विधायक गोलू शुक्ला समर्थक हैं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के समर्थक और पूर्व पार्षद भरत पारख को भी उपाध्यक्ष बनाया गया है। कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट के खाते में एक मंत्री पद गया है।
कार्यकारिणी में मंत्री बनाई गई स्वाति काशिद का विरोध भी शुरू हो गया। स्वाति के पति युवराज काशिद उर्फ युवराज उस्ताद का आपराधिक रिकार्ड है। वर्ष 2022 में हुए निगम चुनाव में भाजपा ने स्वाति को वार्ड 56 से पार्षद प्रत्याशी बनाया था, लेकिन युवराज की आपराधिक पृष्ठभूमि की शिकायत के बाद पार्टी ने 16 घंटे में ही अपना फैसला बदलते हुए उनसे टिकट वापस लेकर गजानंद गावड़े को प्रत्याशी बनाया था। तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने स्वाति का टिकट वापस लेते हुए कहा था कि स्वाति काशिद के बारे में हमें पता चला कि उनके पति और परिवार की पृष्ठभूमि आपराधिक है। ऐसे मामलों में हमारी नीति स्पष्ट रहती है।
जो लोग विरोध कर रहे हैं, उनका भाजपा से कुछ लेना-देना नहीं है। वीडियो में मिलाप मिश्रा कालिख पोतते नजर आ रहे हैं। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की है। उनकी माताजी कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता रही हैं। विरोध करने वाले जीतू पटवारी के लोग हैं। वे माहौल बनाना चाहते हैं, जबकि हमने बहुत ही संतुलित कार्यकारिणी गठित की है। सब संतुष्ट हैं।
-सुमित मिश्रा, नगराध्यक्ष भाजपा इंदौर
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