नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एमवाय अस्पताल के एनआइसीयू में भर्ती दो नवजातों को चूहों द्वारा कुतरे जाने और उनकी मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव और इंदौर कलेक्टर को नोटिस जारी किया है।
आयोग ने अधिकारियों को दस दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। आयोग के अनुसार, यह मामला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और वहां की स्वच्छता व्यवस्था में भारी कमी को दर्शाता है। शिकायतों और प्रारंभिक तथ्यों में यह भी उल्लेख किया गया है कि अस्पताल परिसर में चूहों का आतंक लंबे समय से है, लेकिन इसके नियंत्रण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की घटनाएं भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत नागरिकों को प्रदत्त जीवन और स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार का सीधा उल्लंघन हैं। आयोग ने राज्य सरकार से अपेक्षा की है कि वह न केवल इस मामले में दोषियों की जिम्मेदारी तय करे बल्कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में स्वच्छता, कीट नियंत्रण और सुरक्षा संबंधी ठोस और स्थायी उपाय तत्काल प्रभाव से लागू करे।
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में 4 सितंबर को संज्ञान लिया था। आयोग ने अपने नोटिस में यह भी कहा है कि अस्पताल जैसी जगह, जहाँ लोगों को उपचार और सुरक्षा की उम्मीद होती है, वहाँ इस तरह की घटना होना बेहद गंभीर और अस्वीकार्य है। इस घटना से स्पष्ट होता है कि अस्पताल प्रशासन ने बुनियादी सुविधाओं और मरीजों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती है।