नईदुनिया प्रतिनिधि, झाबुआ-पेटलावद। शनिवार व रविवार को भामल में उल्टी-दस्त की चपेट में आने के बाद एक बुजुर्ग की मौत व अन्य ग्रामीणों के बीमार होने के मामले में विवाद गहरा रहा था। ऐसा कहा जा रहा था कि कुएं का पानी पीने से ग्रामीण बीमार हुए हैं। अब पुलिस की जांच में यह पुष्टि हुई है कि शनिवार को गांव में एक नुक्ता था। ग्रामीणों ने इसमें दाल, चावल व पूड़ी खाई थी। पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल ने इस मामले में पुलिस दल से तत्काल जांच करवाई। जांच में नुक्ते का भोजन ग्रामीणों द्वारा खाने की बात सामने आने के बाद रसोइए व किराना सामान देने वालों से भी पुलिस ने बयान लिया।
पुलिस अधीक्षक शुक्ल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने थांदला एसडीओपी, थाना प्रभारी व उनके साथियों को तत्काल जांच करने के निर्देश दिए थे। जांच में यह तथ्य सामने आया कि शनिवार को भामल की राजपूत धर्मशाला में करीब 250 ग्रामीणों ने नुक्ते का भोजन किया था। मृत्यु भोज का यह आयोजन जाधव परिवार ने किया था। करण सिंह ने खाना बनाया था व किराना सामान विनोद सोलंकी की दुकान से लाया था। खाने में दाल, चावल व पूड़ी बनी थी।
पुलिस की इस जांच के बाद आशंका यह उत्पन्न हो गई है कि फूड पॉइजनिंग से ग्रामीण बीमार हुई है। हालांकि, एक मौत होने से मामला गंभीर हो गया है। पुलिस अधीक्षक शुक्ल का कहना है कि मृतक की विसरा रिपोर्ट भोपाल से आने के बाद एकदम साफ हो जाएगा। जानकारी के अनुसार उल्टी-दस्त की चपेट में पूरा भामल गांव आ गया। पेटलावद बीएमओ डा़ एमएल चोपड़ा ने बताया कि करीब 50 मरीजों को इलाज के लिए लाया गया। जिनमें दो मरीज को झाबुआ भी रेफर किया गया है।
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रविवार को जिला प्रशासन ने कुएं के पानी की जांच करवाई थी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री जितेंद्र मावी के अनुसार अमले द्वारा मौके पर पहुंचकर कूप एवं नलकूपों के परीक्षण हेतु जल नमूने लिए गए। परीक्षण हेतु जल नमूनों को विभागीय एनएबीएल प्रमाणित प्रयोगशाला में भेजा गया। परीक्षण उपरांत जल नमूने जैविक पेयजल गुणवत्ता मापदंडों पर सही पाए गए। उनमें किसी भी प्रकार की कोई गंदगी नहीं पाई गई एवं पानी पीने योग्य पाया गया।
पेटलावद प्रतिनिधि के अनुसार शनिवार देर रात से मरीजों को इलाज के लिए पेटलावद अस्पताल लाया जा रहा है। यह सिलसिला सोमवार सुबह तक भी जारी रहा। अभी तक 50 मरीजों का इलाज किया गया है। प्रशासन पूरे मामले पर निगाह बनाए हुए है। कलेक्टर नेहा मीना व पुलिस अधीक्षक शुक्ल ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। सभी का समुचित उपचार करने के निर्देश दिए।