
Pushya Nakshatra 2023: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। बाजारों में दीप पर्व की शुरुआत शनिवार को पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त के साथ हो गई। इंदौर के बाजारों में अलसुबह से खरीदारी का दौर शुरू हुआ। देर रात तक बाजार गुलजार रहे। खास मुहूर्त में सौ साल पुराने सराफा बाजार से लेकर रेसकोर्स, एमजी रोड, एबी रोड के नए गहनों के शोरूम में खासी भीड़ दिखी। सोना-चांदी की खरीदी पर जोर रहा। बीते पुष्य नक्षत्र पर खरीदे गए सोने ने एक साल में 20 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दे दिया है। रविवार को बाजार खुले रहेंगे। छुट्टी का दिन होने से जमकर बिक्री होने की उम्मीद है।
बीते साल दीपावली पूर्व पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को आया था। बीते वर्ष के पुष्य नक्षत्र पर जेवराती सोना (916) के दाम 47310 रुपये प्रति दस ग्राम थे। इस साल शनिवार को सोने (916) के दाम 57460 रुपये प्रति दस ग्राम रहे। तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो बीते पुष्य नक्षत्र से इस साल के मुहूर्त तक सोने के दाम में 10 हजार रुपये प्रति दस ग्राम से ज्यादा की तेजी आ चुकी है। यानी सोने ने एक साल में 20 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है। ऐसे में बीते साल शुभ मुहूर्त की खरीदी से मिले अच्छे रिटर्न को देखते हुए इस साल भी सोना खरीदने के प्रति लोगों का खासा उत्साह नजर आया।

पुष्य नक्षत्र के कारण मुख्य बाजारों में भीड़ रही, जिसके कारण कई जगह जाम की स्थिति भी बनी।
इंदौर सोना-चांदी जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के सचिव अविनाश शास्त्री के अनुसार, पुष्य नक्षत्र पर सराफा बाजार में 50 से 60 करोड़ रुपये से ज्यादा के गहने बिक्री का अनुमान है। दो दिवसीय मुहूर्त होने से कारोबार का यह आंकड़ा आसानी से पार होता दिख रहा है। शहर के अन्य बाजारों में ज्वेलरी बिक्री को भी शामिल करें तो सोना-चांदी में कुल 175 करोड़ से ज्यादा के कारोबार का अनुमान है। सोना महंगा हुआ है। ऐसे में बिक्री के आंकड़े में सीधे तौर पर 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि होना तय माना जा रहा है। ग्राहकों के सीमित बजट को ध्यान रखते हुए ज्वेलर्स ने 14 और 18 कैरेट के गहनों का विस्तृत कलेक्शन बाजार में उतारा। इस साल सौ प्रतिशत बिक्री हालमार्क लगे गहनों की हो रही है। लिहाजा ग्राहकों का भरोसा भी बाजार पर कायम है।
पुष्य नक्षत्र पर वाहनों की बुकिंग भी जमकर हुई, लेकिन ज्यादातर वाहनों की डिलीवरी रविवार को पुष्य नक्षत्र में ली जाएगी। कार से लेकर दोपहिया वाहनों की एडवांस बुकिंग के आधार पर इस खास मुहूर्त में डिलीवरी होगी। 80 करोड़ रुपये से ज्यादा के वाहनों की बिक्री का अनुमान है। सोना-चांदी, वाहनों और इलेक्ट्रानिक्स सामग्री मिलाकर दो दिन में ढाई सौ करोड़ का कारोबार इंदौर में आसानी से होता दिख रहा है।
व्यापारियों की परंपरा के अनुसार दीपावली के बाद के मुहूर्त से नए कारोबारी साल की शुरुआत होती है। तमाम व्यापारी नए बही-चौपड़ से शुरुआत करते हैं। पुष्य नक्षत्र में बहीखाते खरीदकर दीपावली पर उसका पूजन होता है। खजूरी बाजार के बही-चौपड़ व्यापारी ओमप्रकाश गोयल के अनुसार, कागज और कच्चे माल की बीते वर्ष कीमत ऊंची थी। इस साल कीमत नर्म पड़ने से बहीखातों के दाम भी कम हुए हैं। बहीखातों के पुष्य नक्षत्र में खरीदी की कारोबारी परंपरा है और कम्प्यूटर आधारित अकाउंटिंग के बावजूद दुकान का हिसाब लाल रंग के बही में रखने का चलन अब भी कायम है। ऐसे में तमाम व्यापारी शगुन के बहीखातों की खरीदी करते हैं। खजूरी बाजार में लाइन में लगकर व्यापारी बही खरीदते दिखे। दीपावली पर पूजन के बाद अगले साल तक हिसाब इन खातों में लिखा जाएगा।
पुष्य नक्षत्र पर इंदौर के तमाम रियल एस्टेट प्रोजेक्ट टाउनशिप और कालोनियों में मकान, फ्लैट और भूखंडों की बुकिंग का जोर भी देखा जा रहा है। इंदौर सीए ब्रांच के पूर्व अध्यक्ष सीए आनंद जैन के अनुसार, दरअसल मेट्रो और कास्मोपोलिटन सिटी के लोग अब इंदौर में निवेश और आगे बसने की संभावनाएं देख रहे हैं। शुभ मुहूर्त में यहां की अचल संपत्तियों में खासी पूछताछ देखी जाती है। ऐसे मौके पर बुकिंग होती है जो एक साल में अरबों की खरीदी-बिक्री में तब्दील हो जाती है।