नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी हत्याकांड में आरोपितों के विरुद्ध चालान पेश होने के बाद राजा का परिवार एक्शन में है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी शिलांग कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने एसआइटी से चालान मांगा है। विपिन जांच से संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने धारा और जांच में गड़बड़ी की है। षड्यंत्र में शामिल कुछ लोगों को बचाया गया है।
सहकार नगर (कैट रोड) निवासी 30 वर्षीय राजा की उसकी पत्नी सोनम ने ईस्ट खासी हिल्स क्षेत्र शिलांग में हत्या करवाई थी। इस मामले में शिलांग पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) द्वारा जांच कर आरोपित सोनम, राज कुशवाह, आनंद, आकाश, विशाल, बलवीर अहिरवार, सिलोम जेम्स और लोकेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ चालान पेश कर दिया गया। विपिन के मुताबिक, एसआइटी ने जांच में गड़बड़ी की है। Sonam Raghuvanshi के खातों को फ्रीज नहीं किया गया है।
एक खाते में 35 लाख रुपये जमा हैं। राज कुशवाह और सोनम रघुवंशी द्वारा कंपनी बना ली गई थी। कंपनी राज की मां चुन्नीबाई के नाम से है। पुलिस ने उसका खाता फ्रीज नहीं किया और न चुन्नीबाई को आरोपित बनाया। सोनम जितेंद्र रघुवंशी नामक व्यक्ति से भी संपर्क में थी। पुलिस ने उससे भी पूछताछ नहीं की। एसआइटी ने राज और सोनम द्वारा खरीदी पिस्टल तो जब्त कर ली लेकिन 25 आर्म्स एक्ट की धारा नहीं लगाई।
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