इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बगैर रजिस्ट्रेशन चल रहे प्रोजेक्ट पर रोक लगाने के लिए रेरा ने कमर कस ली है। ऐसे प्रोजेक्ट की जानकारी देने वालों को अब नकद इनाम दिया जाएगा। अपंजीकृत प्रोजेक्ट पर जहां 10 हजार रुपए प्रतिदिन का जुर्माना लगाया जाएगा, वहीं इसकी जानकारी देने वाले को इनाम स्वरूप 1400 रुपए दिए जाएंगे। मध्यप्रदेश में रेरा में अब तक करीब 2200 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनमें से साढ़े पांच सौ से ज्यादा अकेले इंदौर संभाग के हैं। मई 2017 में रियल एस्टेट अधिनियम (रेरा) लागू हुआ है। इसके बाद से हर हाउसिंग प्रोजेक्ट का इस अधिनियम के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। प्रोजेक्ट की हर तीन महीने में प्रगति रिपोर्ट भी रेरा में देनी होती है।
तय समय सीमा में प्रोजेक्ट पूरा नहीं करने पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले पर मुआवजे का प्रावधान भी है। देखने में आता है कि कई बार बिल्डर प्रोजक्ट का रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवाते हैं। ऐसे प्रोजेक्ट पर लगाम कसने के लिए रेरा ने हाल ही में इनाम योजना लागू की है। इसके तहत बगैर रजिस्ट्रेशन चल रहे प्रोजेक्ट की जानकारी देने वाले को नकद इनाम दिया जाएगा। रेरा के तहत सिर्फ प्रोजेक्ट ही नहीं, इसके ब्रोकर को भी रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। अपंजीकृत ब्रोकर (एजेंट) की जानकारी देने वाले को 700 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
साइट पर है पंजीकृत प्रोजेक्ट की जानकारी
मध्यप्रदेश में रेरा के तहत रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट की जानकारी रेरा की साइट पर उपलब्ध है। साइट के माध्यम से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि कौन सा प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड है और कौन सा नहीं। रेरा से मिली जानकारी के मुताबिक इनामी योजना 31 दिसंबर तक लागू रहेगी। जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना में फ्लैटों का कब्जा अगले साल से मिलेगा
इंदौर नगर निगम द्वारा शहर में अलग-अलग जगह बनाए जा रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के फ्लैटों का कब्जा लोगों को 2020 से मिलना शुरू होगा। अब तक पहले चरण में बनाए जा रहे 9600 फ्लैटों में से 1600 फ्लैट बुक हुए हैं। निगम चार जगह आवास महामेला आयोजित कर रहा है जो 15 अक्टूबर तक चलेगा। फिलहाल मेले में बहुत ज्यादा बुकिंग नहीं हुई है क्योंकि लगातार त्योहारों और बारिश से ज्यादा लोग मेले में नहीं आ रहे हैं।
निगम आवास योजना के तहत पालदा स्थित कावेरी परिसर, बड़ा बांगड़दा स्थित सतपुड़ा परिसर, देवगुराड़िया स्थित शिवालिक परिसर और राऊ बायपास स्थित पलाश परिसर-1 और 2 में ये फ्लैट बना रहा है। इन सभी जगह एक और दो बीएचके के फ्लैट बनाए जा रहे हैं। जमीन मिलने के बाद फ्लैट निर्माण तो शुरू हो गया लेकिन अभी कई काम हैं जो आगामी एक साल में होंगे। तब तक कॉलोनी विकास के तहत सड़क, बिजली, पानी, लाइट, बच्चों के लिए खेल के मैदान, कम्युनिटी हॉल, प्रवेश द्वार, बाउंड्रीवाल, बरसाती पानी के निकास के लिए स्टॉर्म वाटर लाइन, गार्डन विकास और फ्लैटों के इंटीरियर का काम होना है। तीन बीएचके के फ्लैट भूरी टेकरी पर बनाए जाएंगे। अभी उनका निर्माण शुरू नहीं किया गया है।
कहां-कितनी शुरुआती कीमत?
कावेरी परिसर में दो बीएचके के फ्लैट 14.33 लाख रुपए की शुरुआती कीमतों पर उपलब्ध हैं। शिवालिक परिसर में 1 बीएचके का फ्लैट सात लाख और दो बीएचके का फ्लैट 12.33 लाख रुपए की शुरुआती कीमतों पर बेचे जा रहे हैं। सतपुड़ा परिसर में एक बीएचके का फ्लैट सात लाख और दो बीएचके का फ्लैट लाख रुपए 11.83 लाख रुपए के शुरुआती मूल्य पर उपलब्ध है। पलाश परिसर में एक बीएचके का फ्लैट 6.50 लाख और दो बीएचके का फ्लैट 11.33 लाख रुपए की शुरुआती कीमतों में बेचे जा रहे हैं।
दशहरे बाद लोगों के आने की उम्मीद
नगर निगम के सिटी इंजीनियर और आवास योजना के प्रभारी महेश शर्मा ने माना कि त्योहारों के कारण मेले में अपेक्षा के अनुरूप लोग नहीं आ रहे हैं। अष्टमी, नवमी और दशहरा के अलावा लगातार हो रही बारिश से लोग फ्लैट देखने कम संख्या में आ रहे हैं। उम्मीद है कि दशहरे के बाद लोग ज्यादा संख्या में आएंगे। अब तक 9600 में करीब 1600 फ्लैट बुक हो चुके हैं। बुक हो चुके फ्लैट का कब्जा एक साल बाद दिया जा सकेगा क्योंकि वहां विभिन्न विकास कार्य होना हैं। शहर के और भी क्षेत्रों में जमीन लेकर फ्लैट निर्माण शुरू करने की तैयारी है।