Mahakal Lok: महाकाल की नगरी उज्जैन में सजी इंदौर के संग्रहालय की मूर्तियां
Mahakal Lok: इंदौर से दी गई मूर्तियां हिंगलाजगढ़ की हैं। यहां प्रदर्शित की गई मूर्तियों के साथ न केवल उनके नाम, काल और स्थान का उल्लेख है बल्कि शैली, निर्माण की अवधारणा और उसकी विशेषताओं को लिखित रूप में चस्पा किया गया है।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 11 Oct 2022 11:53:33 AM (IST)
Updated Date: Tue, 11 Oct 2022 03:02:42 PM (IST)

Mahakal Lok: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। दुल्हन की तरह सजी महाकाल की नगरी में प्रदेश के इतिहास की झलक भी नजर आ रही है। प्रदेश की समृद्ध विरासत को अपने में संजोए इस संग्रहालय को इंदौर के संग्रहालय से भेजी गई मूर्तियां और भी खास बना रही हैं। महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उज्जैन आएंगे। उनके आगमन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है और ऐसे में वहां बने त्रिवेणी संग्रहालय में भी विशेष तैयारियां की गई है। संस्कृति विभाग और स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए इस संग्रहालय में इंदौर के केंद्रीय संग्रहालय से भी मूर्तियां भेजी गई है।
शहर के 99 वर्ष पुराने संग्रहालय से इस नवीन संग्रहालय में करीब 30 मूर्तियां भेजी गई हैं। यह मूर्तियां शिव, शक्ति और वैष्णव तीन श्रेणियों की हैं। हिंगलाजगढ़ की इन मूर्तियों की खास बात यह है कि यह वे मूर्तियां हैं जो इंदौर में संग्रहालय में कभी प्रदर्शित हुई ही नहीं लेकिन बहुत खास थी। संग्रह में शामिल मूर्तियों में से सर्वश्रेष्ठ मूर्तियों को उज्जैन के संग्रहालय में दी गई हैं।
मूर्तियों के साथ जानकारी भी चस्पा
केंद्रीय संग्रहालय के क्यूरेटर आशुतोष महाशब्दे बताते हैं कि इंदौर से दी गई मूर्तियां हिंगलाजगढ़ की हैं। यहां प्रदर्शित की गई मूर्तियों के साथ न केवल उनके नाम, काल और स्थान का उल्लेख है बल्कि शैली, निर्माण की अवधारणा और उसकी विशेषताओं को लिखित रूप में चस्पा किया गया है। इसका लाभ यह होगा कि इन मूर्तियों को देखने वाले उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें।