
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: न्याय के देवता शनिदेव 29 नवंबर को ब्रह्म मुहूर्त में 138 दिन से वक्री चाल चलने के बाद मार्गी (Shani Margi) होंगे। ज्योतिर्विदों के मुताबिक उनकी चाल टेढ़ी से सीधा होना का विभिन्न राशि के जातकों के लिए लाभदायक होगा। इस बदली चाल का लाभ वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर के अतिरिक्त कुम्भ राशि के जातकों को मिलेगा। साथ ही जिन राशियों पर वर्तमान में साढे साती और ढैय्या चल रही है उन्हें भी राहत मिलेगी।
ज्योर्तिविद् कान्हा जोशी बताते है कि शनि के मार्गी होने का सभी राशियों पर सकारात्मक असर होगा। कई पंचांगो के अनुसार शनिदेव 29 नवंबर शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में मीन राशि में मार्गी होंगे। शनि वर्तमान में मीन राशि में वक्री है। इसी राशि में मार्गी होंगे मतलब अब से सीधी चाल चलेंगे। वे गत 13 जुलाई 2025 से इसी राशि में रहते हुए वक्री चल रहे थे।

देश-दुनिया पर भी शनि के मार्गी होने का विशेष प्रभाव पड़ेगा। शनि के चाल बदलने या फिर राशि परिवर्तन को ज्योतिष शास्त्र में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिर्विद् देवेंद्र कुशवाह के अनुसार शास्त्रों में शनि को कर्मफल दाता अर्थात न्याय का देवता कहा जाता है, जो हमारे कर्मों का हिसाब देखते हैं।
आचार्य शिवप्रसाद तिवारी बताते है कि जब शनि मार्गी होते हैं तो रुके हुए कार्य आगे बढ़ने लगते हैं। मार्गी शनि एक बार फिर से अपनी पूरी शक्ति से सक्रिय होते हैं। लंबे समय से चली आ रही समस्याएं सुलझने लगती हैं। शनि के व्रक्री होने के कारण कई राशि के जातकों के जीवन में आर्थिक संकट सहित कई परेशानी आ रही थीं। वर्तमान में मेष पर प्रथम, मीन पर द्वितीय और कुम्भ राशि पर शनि की तीसरे चरण की साढ़ेसाती चल रही है। शनि के मार्गी होने से इन तीनों राशियों को लाभ होगा।
वर्तमान में सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैया चल रही है, इनको भी मार्गी शनि से राहत मिलेगी। साथ ही वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर और कुम्भ राशि के जातकों के लिए अच्छा समय शुरू होगा। इनके जीवन में रूकावटे, आर्थिक संकट और संघर्ष कम होंगे।
शनिदेव के मार्गी होने पर स्कीम नंबर 78 स्थित प्राचीन शनि मंदिर में 11 प्रकार के सूखे मेवे का भोग लगाया जाएगा।पुजारी बाबूलाल जोशी ने बताया कि इस अवसर पर अभिषेक और पूजन भी होगा। दिनभर भगवान के शृंगार दर्शन के लिए भक्तों की कतार लगेगी।