नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। बुधवार रात एमजी रोड क्षेत्र में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। करीब 30 मिनट तक पुलिस और छात्र नेताओं के बीच तीखी बहस होती रही। सड़क पर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। वाहन छोड़ने को लेकर कार्यकर्ता दवाब बनाने लगे। वहीं, प्रांत सहमंत्री कौशल यादव और महानगर सहमंत्री प्रतीक यादव ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है और चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली करना बताया।
मामले में पुलिस अधिकारियों ने इन बातों को नकारा दिया। उनका कहना है कि इसे संबंधित कोई प्रमाण है तो प्रस्तुत किए जाए। घटना एमजी रोड थाना क्षेत्र में बुधवार रात 12.30 बजे हुई। उस दौरान पुलिस ड्रिंक एंड ड्राइव और संदिग्ध वाहनों की तलाशी ले रही थी। इस दौरान छात्र नेता बाइक से निकले। जवानों ने वाहन रोका और चाबी निकाल ली। साथ ही वाहन से संबंधित दस्तावेज मांगे। चाबी निकालने की बात पर छात्रनेताओं ने आपत्ति ली। इसे लेकर विवाद शुरू हो गया।
उस दौरान एबीवीपी के बाकी कार्यकर्ता भी पहुंचे गए। उन्होंने पुलिसकर्मी द्वारा 500 रुपए लेकर बिना रसीद के गाड़ियां छोड़ने का आरोप लगाया। विवाद बढ़ता देख एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिसोदिया से भिड़ गए। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने बेरीकेड्स उठाकर सड़क पर फेंक दिए और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान बुरी तरह से यातायात प्रभावित रहा। संगठन के नगर मंत्री देवेश गुर्जर का कहना है कि पुलिस वालों ने एक कार्यकर्ता के हाथ-पैर पकड़ लिए थे। उसके बाद विवाद बढ़ा।
एबीवीपी का गुरुवार को भी एक विवाद सामने आया है। निजी कॉलेज में विद्यार्थी सामान्य बैठक रखी गई। इस दौरान कॉलेज प्रबंधन ने आपत्ति जताई और कहा कि बिना अनुमति कोई बैठक नहीं होगी। इसे लेकर छात्रनेता भड़क गए और नारेबाजी शुरू कर दी। मामले में छात्रनेताओं का कहना है कि पहले डायरेक्टर को बैठक के बारे में बताया था। उन्होंने ग्रुप डायरेक्टर से चर्चा करना बताया। उन्होंने छात्रों के साथ गलत व्यवहार किया।