
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एमजीएम मेडिकल कालेज में व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कालेज से जुड़े सभी अस्पतालों में अभी अधीक्षक सुबह के समय आते हैं और दोपहर में लौट जाते हैं। इसके बाद शाम के समय वह ध्यान ही नहीं देते हैं। डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने गुरूवार को सभी अधीक्षकों की बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने शाम के समय अस्पतालों में निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। यदि कोई अधीक्षक इसमें लापरवाही बरतता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। जिसमें रोजाना शाम को निरीक्षण के फोटो भेजना पड़ेंगे। इससे मरीजों को भी फायदा मिलेगा। क्योंकि वर्तमान में शाम के समय में शासकीय अस्पातलों में मरीजों को इलाज करवाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। वरिष्ठ अधिकारी नहीं होने के चलते ड्यूटी डॉक्टर अपनी मनमानी से उपचार करते हैं। डीन ने निर्देश दिए कि यदि अस्पताल में अधीक्षक किसी कारणवश निरीक्षण नहीं कर पाएंगे तो उनके स्थान पर उप-अधीक्षक की जिम्मेदारी होगी। उप-अधीक्षक निरीक्षण करेंगे और जानकारी साझा करेंगे।
डीन ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं के साथ ही साफ-सफाई, ड्यूटी पर डॉक्टर है या नहीं यह देखेंगे। इसके साथ ही मरीजों से चर्चा करेंगे कि उन्हें इलाज में कोई समस्या तो नहीं आ रही है। यदि कोई समस्या हो तो अपने स्तर पर उसका निराकरण करें, साथ ही डीन कार्यालय में भी इस संबंध में पत्र जारी करें। प्रभावित डीन द्वारा जारी निर्देश के बाद अस्पतालों के अधीक्षकों को शाम को क्लिनिक पर लगने वाली ओपीडी की चिंता होने लगी है। अधिकांश अधीक्षक शाम को निजी क्लिनिक पर मरीजों का उपचार करते हैं। ऐसे में यदि निरीक्षण के लिए जाएंगे तो उनकी निजी प्रैक्टिस प्रभावित होगी। हालांकि डीन द्वारा जारी निर्देश का कोई विरोध नहीं कर पाया है।