नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। मठ-मंदिर आश्रमों में गोविंद से मिलाने वाले गुरु के पूजन के पर्व का छाया उल्लास। सुबह से द्वार पर दर्शन के लिए लगेगी भक्तों की कतारे, दीक्षा लेकर संवारेंगे जीवन।
गुरु पूजन का महापर्व गुरु पूर्णिमा इस बार गुरु बृहस्पति के दिन गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस अवसर पर बन रहे ग्रहों के दुर्लभ संयोग ने इस दिन को ओर भी विशेष बना दिया है। ज्योतिर्विदों की माने तो इस दिन सूर्य और गुरु की मिथुन राशि में बन रही युति गुरु आदित्य राजयोग का निर्माण कर रही है। साथ ही गुरु की शुभ दृष्टि चंद्रमा पर रहने से गज केसरी योग भी निर्मित कर रहा है। इस मंगलकारी संयोग में शहरभर के मठ-मंदिर और आश्रमों में गुरु पूजन होगा। गुरु के द्वार पर चरण वंदना के लिए भक्तों की लंबी-लंबी कतारे लगेगी।
इस अवसर पर कहीं गुरु की शिष्य शोभायात्रा निकालेंगे तो कहीं शाल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ गुरु द्वारा गुरु दीक्षा देकर गोसेवा, शाकाहार व पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया जाएगा। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में शुरू होने वाला पूजन का सिलसिला देर शाम तक चलेगा। ज्योतिर्विद विनायक शास्त्री के अनुसार इस बार पूर्णिमा पर कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। इसमें गुरु पूजन शिष्य के लिए मंगलकारी होगा।
अभिषेक पूजन के साथ 300 साल पुरानी गादी पर भी होगा पूजन
लक्ष्मी-वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज का चरण पूजन सुबह 8.30 बजे होगा। इससे पहले पूर्व आचार्यों का चित्र पूजन होगा। इस अवसर पर पुजारी और विद्यार्थी भी पूजन करेंगे।
दादा महाराज शास्त्री का पाद पूजन विट्ठल रुक्मिणी गार्डन केसरबाग रोड पर आयोजित किया जाएगा। श्रीराम धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट की अर्चना शास्त्री ने बताया कि यह गुरु पूर्णिमा पर पूजन का 31वां आयोजन है। इस अवसर पर देश-विदेश के भक्त एकत्रित होंगे।
बड़ा गणपति स्थित राम मंदिर पर महामंडलेश्वर राधे-राधे बाबा महाराज का पाद पूजन सुबह 8 बजे से किया जाएगा। इस मौके पर पवनपुत्र हनुमान का वेद मंत्रों के द्वारा अभिषेक किया जाएगा।
पंचकुइया स्थित श्रीराम मंदिर में सुबह 9 बजे से महंत लक्ष्मणदास महाराज सहित चार पूर्व श्रीमहंतों का पाद पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर की गुरु गादी की चादर रामगोपालदास महाराज को चढ़ाई जाएगी। 303 साल से यहां गुरु गादी परंपरा चल रही है।
माता वैष्णोदेवी मंदिर छत्रीबाग में सुबह 7 बजे जगदगुरु रामानंदाचार्य महाराज एवं महामंडलेश्वर रामकिशोरदास महाराज का पाद पूजन किया जाएगा। पूजन एवं महाआरती दोपहर 12 बजे होगी।
एबी रोड स्थित आनंदमयी पीठ पर सुबह 8 बजे मां आनंदमयी के पादुका पूजन किया जाएगा। स्वामी परिपूर्णानंद महाराज ने बताया कि इसके बाद दोपहर 12 से 1 बजे तक सत्संग एवं महाप्रसादी होगी।
रघुनाथपुरम स्थित राम मंदिर में सुबह 10 बजे मलूकापीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्रदास देवाचार्य महाराज का साधु-संतों द्वारा वेदमंत्रों के बीच चरण पादुका पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गुरु भक्त एकत्रित होंगे।
सतगुरु कबीर आश्रम मंगल मार्ग टेकरी पर सुबह 7 बजे से ध्वजारोहण, गुरु महिमा पाठ, संध्या पाठ और आरती होगी। इसके अतिरिक्त नाम दीक्षा, तत्व बोध चर्चा एवं निर्गुणी भजन भी होंगे।
राम मंदिर अवंतिका नगर में बालकदास महाराज का पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर गुरु को शाल-श्रीफल देकर सम्मानित किया जाएगा एवं खिचड़ी प्रसाद का वितरण होगा।
नान महाराज संस्थान द्वारा जेल रोड स्थित गणेश मंडल में गुरु पूजन का आयोजन किया जाएगा। शाम 6.30 बजे करुणा त्रिपदी एवं महाआरती की जाएगी। इसके बाद केतकी मनीष कुलकर्णी का शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति होगी।
डा. दादू महाराज संस्थान द्वारा आयोजित गुरु पूजन में शाम 6 बजे दादू महाराज द्वारा गुरु मंत्र दीक्षा दी जाएगी। इस अवसर पर अनेक शहरों के श्रद्धालु आएंगे।
दि बुद्धिस्ट सोसायटी द्वारा प्रज्ञा बुद्ध विहार सुभाष नगर पर सुबह 8 बजे पंचशील धम्म ध्वजारोहण होगा। इसके बाद परित्राण पाठ, धम्म देशना एवं खीर वितरण का आयोजन होगा।
सदगुरु अण्णा महाराज संस्थान में दोपहर 12 बजे आरती होगी। इसके बाद गुरु पादुका की पालकी यात्रा निकाली जाएगी। शाम 7 बजे अण्णा महाराज शिष्यों को गुरु की महत्ता विषय पर प्रवचन देंगे।