नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सराफा बाजार में अपने व्यापार को बचाने के लिए चाट-चौपाटी हटाने की मांग कर रहे व्यापारी अब एकजुट होने लगे हैं। सराफा व्यापारी एसोसिएशन ने घोषणा कर दी है कि सराफा में गहनों की दुकानें रात दस बजे तक खुली रहेगी। व्यापारी नेताओं के उन बयानों से भी नाखुश नजर आ रहे हैं जिनमें वे चौपाटी पर 80 दुकानें लगाने की पैरवी कर रहे हैं।
व्यापारी एसोसिएशन ने शनिवार को क्षेत्रीय विधायक मालिनी गौड़ और महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी मुलाकात की। लिखित में अपना पक्ष और ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने कहा 80 दुकानों को पुरातन बताने का दावा भी तथ्यों से परे हैं। सराफा में चाट-चौपाटी के लिए दुकानों के लिए ओटले किराए पर नहीं देने का ऐलान व्यापारी कर चुके हैं। इससे 1 सितंबर से चाट-चौपाटी बंद होने की स्थिति बनती दिखी।
इस बीच महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने ऐलान कर दिया कि वे 80 परंपरागत दुकानों को सड़क पर लगाने की अनुमति देंगे। इसके बाद सराफा व्यापारी एसोसिएशन शनिवार को सुबह पहले विधायक मालिनी गौड़ से मिलने पहुंचे। शाम को महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी मिले। व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकम सोनी ने महापौर से कहा कि हम अपने व्यापारी की कीमत पर चौपाटी लगने की अनुमति नहीं दे सकते। महापौर ने कहा कि पुरानी 80 दुकानों को छोड़ शेष हटा दी जाएगी। अग्नि सुरक्षा से लेकर कैमरे लगाने जैसे सभी प्रबंध होंगे। इस पर सराफा व्यापारियों ने कहा कि 80 दुकानों को अनुमति देने के लिए हमसे तो कोई चर्चा नहीं हुई। हम ओटले किराए पर नहीं देंगे। इस पर महापौर ने कहा कि आप व्यापारियों को मजबूत कर लिजिए।
व्यापारी एसोसिएशन ने कहा कि हम मजबूत हैं और रात दस बजे तक अब सराफा बाजार में दुकानें खुली रहेगी। उस दौरान सड़क पर कब्जे नहीं हो और यातायात बाधित न हो इसकी व्यवस्था जिम्मेदार कर लें। व्यापारियों के इस कदम के बाद चाट चौपाटी रात 11 बजे तक ही खुल सकेगी। 80 दुकानों की सूची पर सवाल रात्रिकालीन चाट चौपाटी व्यापारी एसोसिएशन ने 80 दुकानों को 70 से 15 साल पुराना होना बताया है। इसी आधार पर जनप्रतिनिधि इतनी दुकानों को सराफा में लगाने की अनुमति देने की बात कह रहे हैं।
चांदी-सोना-जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन ने इस सूची पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 50 साल पहले सिर्फ दो चार रबड़ी, मिठाई की दुकानें लगती थी। 25 साल पहले तक भी सराफा चौपाटी पर 80 दुकानें नहीं थी। इस मामले में रात्रिकालीन चौपाटी व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष रामजी गुप्ता ने भी माना की 40 साल या उससे पहले की बात की जाए तो 15 से 20 दुकानें ही चौपाटी पर लगती थी। बाद में विस्तार होता गया। हमने हमारे सदस्यों की सूची के आधार पर 80 दुकानों की सूची सौंपी है।
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सोना-चांदी जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर महापौर के उस बयान पर आपत्ति ली जिसमें उन्होंने सड़क पर दुकान लगवाने की बात कही थी। व्यापारियों ने कहा कि सड़क लोगों के चलने के लिए अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य है कि जनप्रतिनिधि अतिक्रमण करने वालों का साथ दे रहे हैं।
इस बीच व्यापारी एसोसिएशन ने चर्चा के दौरान महापौर से सवाल भी पूछ लिया कि हम व्यापारी तो एकजुट और मजबूत है लेकिन हम यह जानना चाहते हैं कि फिर हमारे खिलाफ बदले की कार्रवाई तो नहीं होगी। व्यापारियों ने शिकायत की कि संकरी सड़क पर चौपाटी की रात्रिकालीन भीड़ में अवांछित तत्व सक्रिय होते हैं और महिलाओं से अभद्रता करते हैं। उन्होंने महापौर से कहा कि वे खुद आकर दौरा करें।