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नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: इंदौर में स्कूल व यात्री बसों की जांच अभियान निरंतर जारी है। मंगलवार को परिवहन विभाग की टीम दो स्कूलों के परिसरों में पहुँची और बसों की विस्तृत जांच की। निरीक्षण के दौरान छह स्कूल बसों में आपातकालीन द्वार जाम मिलने, आवश्यक सेफ्टी उपकरणों की कमी और अन्य खामियों के चलते 40 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। बस चालकों व परिचालकों के लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों की भी जांच की गई। चालकों को शराब सेवन कर वाहन न चलाने की सख्त हिदायत दी गई तथा ऐसा पाए जाने पर लाइसेंस स्थायी रूप से निरस्त करने की चेतावनी दी गई।
जिला प्रशासन के निर्देश पर स्कूल और यात्री बसों की जांच बढ़ाई गई है। टीम ने मंगलवार को ओरिएंटल यूनिवर्सिटी और एनएमआईएमएस के परिसर में पहुंचकर बसों की जांच की। आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि बच्चों को असुविधा से बचाने के लिए जांच स्कूल और कॉलेज परिसरों में ही की जा रही है। बसों के कागजात, सुरक्षा उपकरण और अन्य मानकों की गहन पड़ताल की जा रही है। कमियां मिलने पर जुर्माना लगाकर बसों को जब्त भी किया जा रहा है।
ओरिएटल यूनिवर्सिटी में RTO प्रदीप शर्मा और ARTO अर्चना मिश्रा ने बसों की जांच के साथ बच्चों से बातचीत कर ड्राइवर और परिचालक के व्यवहार तथा वाहन की गति को लेकर फीडबैक लिया। इस दौरान इंदौर ट्रैफिक पुलिस के टीआई राहुल राजपूत और उनकी टीम भी मौजूद रही।
स्कूल बसों की जांच के साथ यात्री बसों की कार्रवाई भी की गई। जांच में पाया गया कि दो यात्री बसों ने बकाया मोटरयान कर जमा नहीं किया था। इन दोनों बसों से 6.72 लाख रुपये का बकाया कर वसूला गया। इसके अलावा अन्य बसों पर कार्रवाई कर मोटरयान अधिनियम के तहत 75 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।
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