
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर में इस बार ठंड नए रिकार्ड बना रही है। उत्तरी हवा के प्रभाव से नवंबर का पहला पखवाड़ा पिछले वर्षों की तुलना में काफी ज्यादा ठंडा रहा। रविवार को सीजन में पहली बार ‘कोल्ड डे’ की स्थिति दर्ज हुई। न्यूनतम तापमान सामान्य से 9 डिग्री कम रहते हुए 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन का तापमान भी सामान्य से 5 डिग्री कम 25.9 डिग्री सेल्सियस रहा। इंदौर में पिछले 50 वर्षों में यह दूसरी बार है जब न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा है। इससे पहले 30 नवंबर 1975 को इतना ही तापमान दर्ज हुआ था। वर्ष 1938 में नवंबर के दौरान सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा था।
इस वर्ष नवंबर में लगातार नौ दिनों से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। 8 नवंबर को 7.6 डिग्री, 9 नवंबर को 7.0 डिग्री, 10 नवंबर को 7.9 डिग्री, 11 नवंबर को 8.4 डिग्री, 12 नवंबर को 8.2 डिग्री, 13 नवंबर को 7.6 डिग्री, 14 नवंबर को 8.2 डिग्री, 15 नवंबर को 9.6 डिग्री और 16 नवंबर को 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यही वजह है कि रात से अलसुबह तक लोगों को ठंड का ज्यादा अहसास हो रहा है। आसमान साफ रहने से दिन में धूप मिल रही है, जिससे दोपहर में थोड़ी राहत रहती है। रविवार को तापमान में और गिरावट आई और उत्तरी हवा के चलते दिन में भी ठंडक महसूस हुई। पिछले एक सप्ताह से शहर में शीतलहर बह रही है और रविवार को अति शीतलहर चली। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को भी उत्तरी हवा के कारण इसी तरह की स्थिति रहने और लगातार दूसरे दिन ‘कोल्ड डे’ की संभावना है।
नवंबर में ठंड
नवंबर के शुरुआती पखवाड़े में इस तरह की ठंड ऐतिहासिक मानी जा रही है। अब तक नवंबर के अंत में तापमान नीचे जाता था, लेकिन इस वर्ष नवंबर की शुरुआत में ही पारा निचले स्तर पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि 1955 के बाद यह पहला मौका है जब नवंबर के शुरुआती 15 दिनों में इतना कम तापमान दर्ज हुआ है। पिछले 100 वर्षों के रिकॉर्डを見る पर 25 नवंबर 1938 को 5.6 डिग्री, 30 नवंबर 1975 को 6.4 डिग्री, 16 नवंबर 2025 को 6.4 डिग्री, 29 नवंबर 1956 को 6.6 डिग्री, 27 नवंबर 1975 को 6.8 डिग्री, 28 नवंबर 1970 को 6.9 डिग्री, 29 नवंबर 1975 को 7.1 डिग्री, 30 नवंबर 1982 को 7.2 डिग्री, 30 नवंबर 1988 को 7.3 डिग्री और 11 नवंबर 1955 को 7.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
रविवार को मध्य प्रदेश के कई शहरों में पारा काफी नीचे रहा। शाजापुर और राजगढ़ में 6.0 डिग्री, शहडोल में 6.2 डिग्री, इंदौर और भोपाल में 6.4 डिग्री तथा उमरिया में 7.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
मौसम विभाग के मानकों के अनुसार, शीतल दिन तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री कम हो। यदि अधिकतम तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री या उससे अधिक कम हो, तो इसे अति शीतल दिन कहा जाता है। शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम और सामान्य से 4.5 से 6.3 डिग्री कम हो। जबकि सामान्य से 6.4 डिग्री से अधिक कमी को अति शीत लहर माना जाता है।
अगले चार दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 17 नवंबर को न्यूनतम 6 और अधिकतम 27 डिग्री, 18 नवंबर को न्यूनतम 7 और अधिकतम 28 डिग्री, 19 नवंबर को न्यूनतम 9 और अधिकतम 28 डिग्री तथा 29 नवंबर को न्यूनतम 10 और अधिकतम 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
मौसम विभाग का क्या कहना
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा (मौसम केंद्र भोपाल) के अनुसार, इस समय उत्तरी हवा निचले स्तर पर आ रही है, जिसके कारण न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है। नमी न होने के कारण सुबह धुंध या कोहरा नहीं बन रहा और आसमान साफ बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं है। हिमालय की ओर से आ रही उत्तरी हवा के असर से इंदौर में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को कोल्ड डे के साथ अति शीतलहर का असर रहेगा। 18 नवंबर के बाद तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है।