नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। फाइनेंसर की पत्नी को मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने से फर्जी पुलिस अधिकारियों ने 24 केस दर्ज की धमकी देकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। शंका होने पर पति ने क्राइम ब्रांच में फोन लगाया। जैसे ही ठगों को पता चला कि पुलिस को फोन लगाया है तो उन्होंने फोन काट दिया। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। महिला ने जैसे ही सुना कि गंभीर धारा में 24 केस दर्ज हैं तो वह घबरा गई। महिला को लगा कि वह फंस जाएगी।
फरियादी मोनिका सूद ने बताया कि ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) से फोन आया था कि आपका फोन दो घंटे में बंद होने वाला है। यदि आप बंद नहीं करना चाहते हैं तो 0 दबाएं। मैंने 0 दबाया। इसके बाद उन्होंने कहा कि आपके खिलाफ 24 केस मुंबई के कोलाबा थाने में दर्ज हैं। अब वहीं की पुलिस आगे की बात करेगी। उन्होंने मुझे शिकायत नंबर सहित अन्य जानकारी लिखवाई। कहा कि जो लिखवाया है, वहीं जवाब पुलिस को देना है। मैंने कहा कि हमें कोलाबा न आना पड़े और केस खत्म हो जाए। इसलिए पति से बात कर लीजिए। इसके बाद पति को फोन दे दिया।
पति सुदीप सूद ने बताया कि डेढ़ घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। सुबह करीब 11 बजे से पत्नी के मोबाइल पर नए नंबर से कॉल आ रहे थे। वे बता रहे थे कि आपके नाम से कोई नंबर रजिस्टर है और उस पर 24 प्रकरण गंभीर धाराओं में दर्ज हैं। उन्होंने पहले ऑडियो और फिर वीडियो कॉल पर बात की। वीडियो कॉल पर नजर आने वाला पुलिसकर्मी बार-बार अपनी यूनिफार्म और कैप ठीक कर रहा था। वह खुद को एसीपी बता रहा था और अपशब्द भी कह रहा था। वह डरा रहा था कि कोलाबा आना पड़ेगा। मेरे पास एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का नंबर था। उन्हें फोन लगाकर घटना बताई। पैसे की डिमांड तक हमारी बात नहीं पहुंच पाई थी।
एडिशनल डीसीपी दंडोतिया ने बताया कि महिला के पति का सुबह 11.30 बजे फोन आया था, लेकिन मैं उठा नहीं सका। इसके बाद संदेश आया कि अर्जेंट कॉल करो। कॉल किया तो पता चला कि उनकी पत्नी से कोलाबा का पुलिस अधिकारी बात कर रहा है। इसके बाद उनसे कहा कि उन्हें बातों में उलझाकर रखें, मैं आ रहा हूं। सभी ठग हैं। हालांकि जब उनके घर पहुंचा, तब तक फोन कट चुका था। साथ ही बताया कि साइबर अपराधी पीड़ित को घंटों फोन पर उलझाकर रखते हैं। इनका मकसद पीड़ित को मानसिक रूप से दबाव में लाकर ठगी करना होता है। पति की जागरूकता के कारण महिला ठगी का शिकार होने से बच गई है। जिन नंबरों से फोन आया था, उनकी जानकारी मिली है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।