Itarsi News नवदुनिया प्रतिनिधि, इटारसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रेरणा लेकर अब जिले की ग्राम पंचायतों में भी कचरा आटो चलाए जाएंगे, इसकी शुरुआत मेहरागांव पंचायत से हुई है, जो जिले की सबसे बड़ी पंचायत है।
पंचायत ने सार्वजनिक स्थलों पर खुले में कचरा फेंकने वाले ग्रामीणों की आदत में बदलाव लाने के लिए एक ई रिक्शे को कचरा आटो के रूप में तैयार किया है, यह वाहन पूरे गांव में सुबह कचरा एकत्र करने पहुंच रहा है।
पंचायत सरपंच जितेन्द्र पटेल ने बताया कि पंचायत को एक वाहन मिला है, यह जिले की पहली पंचायत है, जो जल्द कचरा मुक्त होकर निर्मल पंचायत बनेगी। स्वच्छता वाहन घर-घर जाकर सूखा एवं गीला कचरा एकत्रित कर रहा है। कचरा वाहन चलने से यह ग्राम पंचायत पूरी तरह कचरा मुक्त हो सकेगी।
उल्लेखनीय है कि अभी तक सिर्फ नगरीय निकायों में नपा द्वारा कचरा वाहन चलाए जा रहे हैं, पंचायतों के पास इस मद में अतिरिक्त राशि न होने से पंचायतों को कचरा आटो एवं वाहन चालक के वेतन संबंधी खर्च निकालने में समस्या आती थी, लेकिन अब पंचायतों में भी कचरा वाहन चलाने की शुरुआत हो गई है। पूरे गांव में राउंड लगाकर कचरा वाहन साउंड सिस्टम के जरिए लोगों को यहां वहां कचरा न फेंकने का संदेश दे रहा है।
सरपंच पटेल ने बताया कि अभी तक ग्रामीणों को अपने घर के आसपास खुले मैदान, स्कूल या सार्वजनिक जगह पर कचरा फेंकने की आदत है, इससे गांव में गंदगी होती थी, हमने पहल करते हुए एक कचरा वाहन आटो इशू किया है, इसका असर भी पंचायत में देखने को मिल रहा है। यह जिले की पहली पंचायत है, जहां बैटरी आटो चलाया जा रहा है।
पंचायत से जुड़े रेलवे क्षेत्र की प्राइवेट एवं रेलवे आवासीय कालोनियों में भी आटो भेजा जा रहा है, अभी तक कचरा एकत्र करने का वाहन न होने से लोग खुले में कचरा फेंकते थे। ग्रामीण बृजेश शर्मा ने बताया कि इस पहल से गांव में स्वच्छ माहौल बनाने में मदद मिलेगी।
पंचायत के बल्ली बाथरी ने बताया कि यह अच्छी पहल है, अब पंचायतों को भी स्वच्छ बनाया जा सकेगा। पंचायत को एक कचरा वाहन जनपद पंचायत द्वारा उपलब्ध कराया गया है, पंचायत बड़ी होने के कारण जल्द ही दूसरा वाहन भी मिल सकेगा। पंचायतों को कचरा वाहन के लिए किसी तरह की राशि नहीं मिलती है, इसके संचालन का प्रबंधक पंचायत स्तर से ही हो सकेगा।