
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। जबलपुर शहर के ग्रेनेडियर्स रेजिमेंटल सेंटर में मंगलवार सुबह सर्द मौसम के बीच मातृभूमि की रक्षा का जज्बा युवाओं में नजर आया। अग्निवीर बनने के लिए वे कड़ी से कड़ी परीक्षा देने के लिए तैयार दिखे। सेना में शामिल होने का सपना लिए उम्मीदवारों ने कहा कि वे देश की सेवा के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। रैली का उद्देश्य भारतीय सेना के लिए सर्वश्रेष्ठ और योग्य अभ्यर्थियों का चयन करना है।
पांच दिन की भर्ती रैली के पहले दिन अग्निवीर जनरल ड्यूटी (जीडी) श्रेणी के लिए राजस्थान के उम्मीदवारों को बुलाया गया। सैकड़ों उम्मीदवार उपस्थित हुए। उम्मीदवारों को शारीरिक परीक्षण, दौड़, पुश-अप, लांग-जंप, हाई-जंप के दौर से गुजरना पड़ा। पहचान पत्र व शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी जांचे गए।
सैनिकों की भर्ती के लिए 16 जून 2022 से अग्निवीर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को 'अग्निवीर' के नाम से जाना जाता है। योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं का सेवाकाल चार वर्ष तय किया गया है।
जबलपुर सैन्य भर्ती कार्यालय द्वारा योजना लागू होने के बाद 2022, 2023 और 2024 में नियमित रूप से अग्निवीर भर्ती रैलियां आयोजित की गई हैं। 2022 (पहले अग्निवीर बैच के बाद) 420 पद के लिए 350 अग्निवीरों का चयन हुआ। 2023 में आनलाइन सीईई लागू होने के बाद चयन संख्या में थोड़ी कमी आई। जिसमें सामान्य ड्यूटी, टेक्निकल और ट्रेड्समैन में अनुमानित चयन 330 में से 280 था।
2024 में चयन प्रक्रिया सीईई और फिजिकल की गई। जिसमें 300 उम्मीदवार शामिल हुए थे। इनमें से 240 उम्मीदवारों का चयन किया गया था। 2022 से 2024 तक 1050 में से 870 अग्निवीरों का चयन जीआरसी में हो चुका है।

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