नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान 75 साल के बुजुर्ग लड्खड़ाते हुए पहुंचे। पहले तो उन्हें अधिकारियों ने प्रथम तल में जाकर शिकायत देने भेजा, लेकिन वहां जाने के बाद जब कोई अधिकारी नहीं मिला तो वे सीढ़ियों पर बैठ-बैठकर नीचे उतरे और कलेक्टर को तलाशने लगा। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी समस्या सुनीं।
वृद्ध ने बताया कि छोटा बेटा, बहू और नाती, तीनों मुझे और मेरी पत्नी को मारते हैं। पीड़ित गणेश प्रसाद पटेल, पिता स्व. खितईलाल पटेल उम्र 75 वर्ष निवासी कछपुरा ब्रिज के पास कमला नेहरू नगर ने बताया कि मैं और मेरी पत्नी वृद्ध है। मेरी नातिन अपंग है, मेरे नाती अनि पटेल (बंटू) की मृत्यु एक माह पहले हुई है। मेरे छोटे बेटे, बहू एवं नाती भचरनलाल पटेल ने मुझे रात के वक्त मारा और कुछ लड़कों ने घर में आकर गाली-गलौज की।
साथ ही बुजुर्ग ने बताया कि उनके नाती और उसके साथियों ने मुझे जान से मारने की धमकी भी दी। मेरी पत्नी द्वारा समझाने पर भी नहीं माने। उसने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि इस मामले में वे दोषियों पर कार्रवाई करें। पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जिसमें राधाकृष्णन वार्ड निवासी इन्द्रपाल नन्हेट पहुंचे। एसपी के नाम दी हस्ताक्षरित शिकायत में नन्हेट ने आरोप लगाया कि उनके नाती ने उनकी बाइक नागरथ चौक में एक मिस्त्री को बनाने के लिए दी थी, लेकिन जब वे मिस्त्री के पास पहुंचे, तो पहले तो मिस्त्री ने बाद में आने को कहा और अब कई दिन बीत जाने के बाद भी बाइक नहीं दे रहा है। जनसुनवाई में मौजूद अफसरों ने आवश्यक जांच व कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अंजुमन इस्लामिया इंग्लिश मीडियम स्कूल में नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं की शैक्षणिक दक्षता की जांच हेतु विषय विशेषज्ञ टीम गठित करने की मांग उठी। मोहम्मद रफी सहित अन्य ने कहा कि अंजुमन इस्लामिया इंग्लिश मीडियम स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा विषय गंभीर है।
इस विद्यालय में कार्यरत शिक्षक व शिक्षिकाएं अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण के लिए नियुक्त हैं, परंतु उनकी विषय-वस्तु पर पकड़, पढ़ाने की शैली तथा विद्यार्थियों के साथ संवाद की योग्यता अत्यंत निम्न स्तर की प्रतीत होती है। स्कूल में पढ़ाई के निर्धारित समय में शिक्षण गतिविधियों के बजाय ये शिक्षक स्टाफ रूम या दफ्तर में बैठकर गपशप में समय व्यतीत करते है। कई बार कक्षा में उपस्थित होकर भी बच्चों को पढ़ाने की बजाय समय काटा जाता है।
इधर, मंगलवार को हुई जनसुनवाई में 143 आवेदन आए। इस दौरान अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड और अन्य अधिकारियों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से आये लोगों ने अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर आवेदन दिए। इसमें 115 नए आवेदन थे तो वहीं 28 ऐसे आवेदन है जो पहले भी आ चुके थे।
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जनसुनवाई में आये ज्यादातर नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अतिक्रमण, लड़ाई- झगड़ा, छात्रवृत्ति भुगतान, पानी, नाली निर्माण, आर्थिक सहायता, पीएम किसान योजना में नाम जोड़ने, अभिलेख दुरूस्त करने, किसान सम्मान निधि की राशि दिलाने, शिक्षा, समग्र आईडी, चिकित्सा सहायता, पेंशन, संबल राशि दिलाने, आवास योजना आदि के मामले जनसुनवाई में आवेदक लेकर पहुंचे।