नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। विजय नगर के एक इलेक्ट्रानिक शोरूम में आइफोन पर आफर बताकर ठग ने एक युवक से एक लाख रुपये हड़प लिए। मामले में गुरुवार को कोतवाली थाना में एफआईआर पंजीबद्ध की गई है। शातिर आरोपित ने धोखाधड़ी के लिए नया पैंतरा अपनाया। जिसमें उसने एक ही समय पर कुछ अंतराल में शोरूम और युवक को फोन किया।
दोनों को अलग-अलग झांसा दिया। साइबर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। मामले में शोरूम की एक्जीक्यूटिव को भी उलझ़ा दिया। पुलिस फोन नंबर और रुपयों के लेन-देन के आधार पर आरोपित की तलाश कर रही है।
विजय नगर में क्रोमा इलेक्ट्रिक शोरूम है। वहां कार्यरत विक्रय प्रतिनिधि श्वेता तिवारी के पास आठ अगस्त को एक व्यक्ति ने फोन किया। उसने बताया कि वह हरियाणा में है। उसका भाई जबलपुर में रहता है। उसका जन्मदिन है। वह अपने भाई को सरप्राइज गिफ्ट में आइफोन देना चाहता है। उसने विक्रय प्रतिनिधि से कहा कि वह कुछ देर में अपने भाई को प्रतिष्ठान में भेजगा। उससे वहां कोई फोन की कीमत को लेकर बात न करें। वह जो फोन पसंद करें वह उसे दे दें। उसका भुगतान वह कर देगा। विक्रय प्रतिनिधि से उसने प्रतिष्ठान के बैंक खाता विवरण की जानकारी भी लिया, कि उस पर ऑनलाइन भुगतान करेगा।
इलेक्ट्रानिक शोरूम की महिला प्रतिनिधि से बातचीत के बाद आरोपित ने बिलहरी निवासी करण खुराना को फोन किया। आरोपित ने उसे बताया कि वह विजय नगर के क्रोमा शोरूम का संचालक है। कंपनी अभी आइफोन खरीदने पर ऑफर दे रही है। यदि वह आइफोन खरीदना चाहता है तो विजय नगर के शोरूम में जाकर फोन पसंद कर सकता है। उसके लुभावने ऑफर के झांसे में युवक फंस गए।
उसने फोन पर बातचीत में फोन के कुछ मॉडल पर आकर्षक ऑफर बताए। युवक ने जिस मॉडल के फोन को चुना, उस पर शातिर आरोपित ने ऑनलाइन भुगतान पर ऑफर बताया। उसने एक क्यूआर कोड युवक के मोबाइल फोन पर भेजा, जिसे कंपनी का बताया। उस पर भुगतान करने के बाद शोरूम में जाकर विक्रय प्रतिनिधि श्वेता से मुलाकात फोन प्राप्त करने की बात कही।
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करण ने सस्ते फोन के झांसे में 92 हजार रुपये फोन का मूल्य और उसके बीमा के लिए छह हजार रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया। फिर वह शोरूम में पहुंचकर श्वेता से मिला। श्वेता ने उसे वह युवक समझा जिसे जन्मदिन पर हरियाणा वाला भाई फोन उपहार में देना चाहता था। युवक फोन पसंद करके जब बिल लेने पहुंचा तो वहां शोरूम के अन्य कर्मचारी भुगतान प्राप्त नहीं होने का बोलकर फोन देने से मना कर दिया। तब करण ने आरोपी के फोन पर कॉल किया तो वह बंद मिला। उसे समझ आया गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है।