
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। वहीं समाज आगे बढ़ता है, जो अपनी विरासत को संजोकर रखता है। महाराष्ट्र शिक्षण मंडल ने सौ वर्षों से शिक्षा व संस्कृति की विरासत को सहेजने का कार्य किया है। उक्त विचार रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र शिक्षण मंडल के शताब्दी समारोह में व्यक्त किए।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि स्थानीय और मातृभाषा को महत्व दिया जाना चाहिए। अगर महाराष्ट्र मंडल को किसी भी उपक्रम की आवश्यकता हो तो महाराष्ट्र सरकार उन्हें मदद करेगी। डुमना एयरपोर्ट पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह, जबलपुर सांसद आशीष दुबे, विधायक नीरज सिंह समेत तमाम भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
यह भी पढ़ें- खत्म हुआ इंतजार... 3.77 लाख किसानों के खातों में आए ₹810 करोड़, जानिए आपके खाते में कितना आया पैसा?
कार्यक्रम समाप्ति के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र शिक्षण मंडल का नाम जबलपुर की जानीमानी संस्थाओं में शुमार होता है। इसके 100 वर्ष पूर्व होने के उपलक्ष्य में मैं यहां पर आया हूं। ये कार्यक्रम बहुत अच्छे तरीके से संपन्न हुआ है। मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी ये संस्था जबलपुर और पूरे मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्था के रूप में काम करेगी।