
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। मध्य प्रदेश के लाखों सोयाबीन किसानों के लिए आज का रविवार खुशियों भरा रहा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रतलाम जिले के जावरा में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 3.77 लाख किसानों के बैंक खातों में 810 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की। यह राशि मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के तहत सोयाबीन उत्पादकों को बाजार मूल्य और समर्थन मूल्य (MSP) के अंतर की भरपाई के रूप में दी गई है।
मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाना है। योजना के नियमों के अनुसार:
अन्नदाता की समृद्धि, मध्यप्रदेश की प्रगति
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज रतलाम जिले के जावरा में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के 3 लाख 77 हजार सोयाबीन उत्पादक किसानों के खातों में भावान्तर योजना के अंतर्गत ₹810 करोड़ की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की।… pic.twitter.com/48EOtRqr6L
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 28, 2025
यह योजना के तहत वितरण का दूसरा चरण है। इससे पहले नवंबर माह में सरकार ने 1.32 लाख किसानों को लगभग 300 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की थी। आज की 810 करोड़ रुपये की बड़ी राशि मिलने से किसानों को रबी सीजन की तैयारी और अन्य जरूरतों के लिए बड़ी आर्थिक मदद मिलेगी।
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एक ओर जहां सोयाबीन किसानों को पैसा मिल गया है, वहीं प्रदेश के 83 लाख से अधिक किसान मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की 14वीं किस्त की राह देख रहे हैं। केंद्र सरकार की पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त (2000 रुपये) 19 नवंबर को ही जारी हो चुकी है। राज्य सरकार की अगली किस्त को लेकर अभी संशय बना हुआ है। प्रशासनिक गलियारों में चर्चा है कि किसानों को इस राशि के लिए फरवरी 2026 तक का इंतजार करना पड़ सकता है।