
अतुल शुक्ला, नईदुनिया, जबलपुर। हाईवे से गुजरने वाले यात्रियों को अब सफर के दौरान घर जैसा शुद्ध और स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। जिला पंचायत जबलपुर जल्द ही जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर 'दीदी कैफे' शुरू करने जा रहा है। योजना के तहत कुल पांच नए कैफे खोलने का प्रस्ताव है। पहले चरण में नागपुर और भोपाल मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत मंगेला और घंसौर में दो कैफे खोले जाएंगे। इन कैफे की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इनका संचालन पूरी तरह से स्व-सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं द्वारा किया जाएगा।
दीदी कैफे में राहगीरों को चाय, नाश्ता, पोहा, पकौड़ी और समोसा सहित घर पर तैयार किए गए अन्य खाद्य पदार्थ रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। जिला पंचायत की मंशा राहगीरों को साफ-सुथरा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। समाधि रोड पर संचालित जबलपुर के पहले दीदी कैफे की सफलता को देखते हुए इस मॉडल को हाईवे पर विस्तारित किया जा रहा है। भोजन की गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा मानकों (Food Safety Standards) का पालन सुनिश्चित करने के लिए इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिला पंचायत सीईओ अभिषेक गहलोत ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के लिए आय के स्थायी स्रोत विकसित करना है। इससे न केवल महिलाओं का आत्मविश्वास मजबूत होगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी यह एक प्रभावी कदम साबित होगा। स्थानीय समूहों में इस योजना को लेकर खासा उत्साह है। महिलाओं का मानना है कि घर पर बनाए गए उत्पादों की बिक्री से उन्हें नियमित आमदनी होगी, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और गांवों से होने वाले पलायन पर भी रोक लगेगी।
इन कैफे में यात्रियों के लिए विविध प्रकार के व्यंजन उपलब्ध होंगे, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं...
वर्तमान में 'नर्राई नाला समाधि रोड' पर एक दीदी कैफे सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। नए कैफे के लिए घंसौर और मंगेला में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिला पंचायत सीईओ ने प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण भी किया है। जल्द ही पास के महिला समूहों को संचालन का प्रशिक्षण देकर इन्हें विधिवत शुरू कर दिया जाएगा। कैफे में बैठने की उत्तम व्यवस्था, स्वच्छ पानी और उच्च स्तरीय साफ-सफाई सुनिश्चित की जाएगी।
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