नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। कटनी-दमोह ट्रैक पर बुधवार शाम कोयले से भरे मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। पथरिया से घटना स्थल की ओर आ रही यात्री ट्रेन 09060 में लगभग डेढ़ हजार यात्री सवार थे। ट्रेन के इंजन ड्राइवर सुनील श्रीवास्तव ने सतर्कता दिखाते हुए हादसा रोक लिया। उसे अंदेशा हुआ कि ट्रैक पर कोई बड़ा हादसा हुआ है। तत्काल उसने असि. लोको पायलट उदय राज की मदद से इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए।
बुधवार को हुए इस रेल हादसे में जबलपुर रेल मंडल के अधिकारी-कर्मचारी, मालगाड़ी के डिब्बे हटाकर ट्रैक दुरुस्त करने में जुटे रहे। शुक्रवार को इसकी जानकारी लगी, जिसके बाद शनिवार को ट्रेन 09060 के लाेको पायलट, असि. लोको पायलट और टीएम संतोष कुमार लोधी को सम्मानित किया गया।
बुधवार की शाम असलाना स्टेशन पर मालगाड़ी के आठ डिब्बे गिरने के बाद अप-डाउन, दोनों ट्रैक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। इस दौरान दोनों ही लाइन से रेल यात्रायात बंद हो गया, जो लगभग 12 घंटे से ज्यादा समय तक बंद रहा। 100 से ज्यादा यात्री ट्रेनें प्रभावित हुईं और कई ट्रेनों के मार्ग बदले गए। इस घटना से जबलपुर रेल मंडल को करोड़ों का नुकसान हुआ। हालांकि रेलवे प्रशासन ने अभी तक हादसे की वजह स्पष्ट नहीं की है।
घटना की जांच के लिए डीआरएम विवेक शील ने जे ग्रेड की जांच कमेटी बना दी है, जो घटना की मुख्य वजह का पता लगाएगी। रेलवे प्रशासन के मुताबिक प्रारंभिक तौर पर मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने की वजह पटरी के जोड़ में खराबी है।
रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ट्रैक की मरम्मत करता है, लेकिन इसमें भी लगातार लापरवाही हो रही है। इस लापरवाही की वजह से एक बड़ा हादसा हो गया। सूत्रों की माने तो जबलपुर रेल मंडल के अधिकांश ट्रैक के मेंटनेंस के नाम पर कागजों पर करोड़ों खर्च कर दिए गए हैं, लेकिन ट्रैक पर नहीं।