जबलपुर। गणेशोत्सव पर्व 19 सितंबर से आरंभ हो चुका। शहर के प्रमुख गणेश पंडालों से लेकर घर-घर गणपति विराजे जा चुके हैं। शहर में गणोशोत्सव पर्व की छंटा बिखरने लगी है। दस दिवसीय पर्व के समापन के साथ ही 28 सितंबर से गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन गौरीघाट स्थित नर्मदा तीरे बने भटौली और तिलवारा स्थित विसर्जन कुंड सहित हनुमानताल, अधारताल सहित अन्य तालाबों में शुरू हो जाएगा।
इधर गौरीघाट स्थित भटौली कुंड को भी विसर्जन कुंड के लिए लगभग तैयार कर दिया गया है। यहां पंचमी के बाद कुछ प्रतिमाएं भी विसर्जन के लिए पहुंचने लगी है। भटौली में छोटी-बड़ी करीब 10 हजार से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन होता है। बड़ी गणेश प्रतिमाओं के सुरक्षित तरीके से विसर्जन के लिए नगर निगम इस बार भी बड़ी यहां क्रेन सुविधा उपलब्ध कराएगा। कुंंड के समीप बनाए बनाए गए ओपन थियेटर को भी व्यवस्थित किया जाएगा ताकि विसर्जन के दौरान श्रद्धालु मुक्ताकाश थियेटर से गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन व नर्मदा का सौंदर्य निहार सके।
भटौली विसर्जन कुंड को व्यवस्थित करने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। कुंड के पानी को बदलकर नए सिरे से नर्मदा जल भर दिया गया है वहीं सड़क को भी व्यवस्थित किया जा रहा है वहीं एलइडी की दूधिया रोशनी भी कुंड सहित आस-पास बिखरने लगी है। कुंड के आस-पास रंग-राेगन किया जाएगा। सड़क का मरम्मत कार्य जारी है। गणेश विसर्जन के एक दिन पूर्व कुंड पहुंच मार्ग पर चूना लाइन डाली जाएगी। विदित हो कि भटौली विसर्जन कुंड में रात से लेकर सुबह तक विसर्जन होता है। जो चार से पांच दिनों तक जारी रहता है।
गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान समितियों व विसर्जन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि कुंड में गोताखोर, वोट, लाइफ जैकेट, एक अलग से टीम सभी आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ तैनात रहेगी। कुंड के पास 24 घंटे वाचमेन की तैनाती होगी और सुबह से लेकर देर रात तक वीडियोग्राफर की भी व्यवस्था कराई जाए ताकि सारी चीजें रिकार्ड में संधारित रह सके। विदित हो कि 29 अगस्त को महापौर ने भटौली कुंड का निरीक्षण करते हुए नगर निगम के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे।
कुंड के चारों तरफ सीमेंटीकरण, घाट में लगे लाल पत्थर- प्रतिमाओं को लेकर चढ़ने-उतरने के लिए पक्की सीढ़ियां- कुंड के चारों तरफ सुरक्षा के लिहाज से रैलिंग, पैराफीट वाल का किया गया है निर्माण- ओपन एयर थियेटर में 400 लोगों की बैठक व्यवस्था- थियेटर में ग्रीन रूम व प्रदर्शन क्षेत्र, गार्डन, रिक्रिएश्न एरिया के साथ ही पार्किंग की सुविधा होगी।- वाकिंग, जॉगिंग पाथवे बनाया गया है।
भटौली कुंड को व्यवस्थित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, कुंड गणेश प्रतिमाओं के लिए लगभग तैयार हैं कुछ कार्य बाकी है उसे भी विसर्जन के पूर्व पूरा करा लिया जाएगा। विसर्जन करने वालों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
पवन श्रीवास्तव, संभागीय अधिकारी, रामपुर जोन