
IRCTC नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए पैसेंजर ट्रेनों का किराया घटा दिया है। इसके बाद प्रदेश के रेल नेटवर्क में भागीदारी रखने वाले तीन रेल जोन ने पुराना साधारण किराया लागू कर दिया है। लेकिन प्रदेश में रेल नेटवर्क में सबसे बड़ा हिस्सा रखने वाला पश्चिम मध्य रेल अभी भी यात्रियों से पैसेंजर ट्रेन की यात्रा पर भी मेल-एक्सप्रेस के बराबर किराया वसूल रहा है।
साधारण ट्रेन की यात्रा में विशेष किराया लिए जाने से यात्रियों को हर दिन चपत लग रही है। जबकि रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद पश्चिम रेल, उत्तर मध्य रेल और दक्षिण पूर्व मध्य रेल कोरोना काल में यात्री किराये में की गई वृद्धि को वापस ले चुका है। इन रेल जोन के रेलवे स्टेशन से यात्रियों को साधारण किराये की अनारक्षित टिकट जारी की है। जिनकी कीमत अपेक्षाकृत रूप से 30 से 50 प्रतिशत तक कम है। पश्चिम मध्य रेल के अधिकारियों के अनुसार रेल मंत्रालय से निर्देश प्राप्त हुए हैं, शीघ्र ही साधारण किराया लागू किया जाएगा।
भारतीय रेलवे ने कोरोना काल के बाद पैसेंजर ट्रेनों को पुन: संचालन शुरू करते समय उन्हें विशेष गाड़ी में बदल दिया था। 50 किलोमीटर की दूरी के लिए द्वितीय श्रेणी का अनारक्षित टिकट दर न्यूनतम 30 रुपये कर दिया था। इस निर्णय को रेलवे बोर्ड ने पिछले माह पलट दिया है। शून्य से शुरू होने वाली पैसेंजर ट्रेनों के लिए द्वितीय श्रेणी का न्यूनतम साधारण किराया पुन: 10 रुपये कर दिया है। संशोधित यात्रा किराया दर मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू), डीजल मल्टीपल यूनिट (डेमू), पैसेंजर व एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों के अनारक्षित टिकट पर भी लागू होगी।
अब इस सिस्टम को खत्म कर दिया गया है। यह फैसला मंगलवार, 27 फरवरी से ही लागू माना जाएगा। रेलवे ने नोटिफिकेशन के जरिए इस निर्णय की सूचना सभी बुकिंग रिजर्वेशन सुपरवाइजर्स को दे दी गई है। इस पर अमल करते हुए उत्तर मध्य रेल के झांसी मंडल, पश्चिम रेल के रतलाम मंडल और दक्षिण पूर्व मध्य रेल के नागपुर व बिलासपुर मंडल ने लगभग एक सप्ताह पूर्व किराया कम कर दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले रेलवे ने सभी 979 ट्रेन से स्पेशल का टैग हटाते हुए लिया जा रहा अतिरिक्त किराया तुरंत प्रभाव से कम कर दिया है।इस संबंध में रेलवे बोर्ड के कोचिंग विभाग ने आदेश जारी किए थे।