
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। जबलपुर रेलवे स्टेशन में एक आइटीआइ छात्र लोको पायलट बनकर घूम रहा था। उसके पास से रेलवे की लोको पायलट को दी जाने वाली फॉग डिवाइस मिली है। ट्रेन संचालन के दौरान उपयोग किए जाने वाले वाकी-टॉकी और लाल-हरी झंडी भी बरामद की गई है। आरोपित वीर सावरकर वार्ड निवासी देव शर्मा (20) को गिरफ्तार किया गया है। रेल सुरक्षा बल ने पूछताछ के बाद आरोपित को आगे कार्रवाई के लिए जीआरपी के सुपुर्द कर दिया है।
आरोपित गत कई दिनों से सहायक लोको पायलट की तरह यूनिफॉर्म बनकर स्टेशन पहुंचता था। मुख्य स्टेशन के लॉबी में जाकर वहां से ट्रेन के परिचालन में उपयोग किए जाने वाले उपकरण इश्यू कराता था। प्रारंभिक छानबीन में आरोपित के पास से जब्त उपकरण लॉबी से इश्यू से होना पाया गया है। घटना से रेलवे की सुरक्षा और चालक की लॉबी की व्यवस्था संदिग्ध हो गई है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राजीव खरब ने सहायक लोको पायलट के परिधान में एक संदिग्ध युवक को पकड़े जाने की पुष्टि की है।
शुक्रवार की शाम को आरोपित मुख्य स्टेशन पर था। वह लोको पायलट लाबी के पास खड़ा था। उसके हाथ में फॉग डिवाइस एवं वाकी-टाकी था। सहायक लोको पायलट की यूनिफॉर्म पहने था। तभी वह शंटिंग करने वाले एक पायलट (शंटर) से बातचीत करने लगा। इस दौरान उसका हाव-भाव देखकर शंटर को संदेह हुआ। कुछ अन्य विभागीय विवरण पूछने पर युवक लड़खड़ा गया। इस पर शंटर ने तुरंत लॉबी के कर्मचारियों को सूचना दी। उसके बाद आरपीएफ ने आकर पूछताछ की तो युवक का फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह कई दिन से मुख्य स्टेशन में सहायक लोको पायलट की यूनिफार्म पहनकर आ रहा था। वह ट्रेन का इंजन चलाना सीखना चाहता था। उसे लाबी की जानकारी रेलवे के एक लोको प्वाइंट मेन ने दी थी। उसके बाद से वह सुबह लाबी पर आता था। वहां से वॉकी-टॉकी, फॉग डिवाइस जैसे उपकरण इश्यू करा लेता था। उसके बाद शाम को उपकरण वापस जमा कर घर चला जाता था। शुक्रवार को भी आरोपित ने लॉबी से ट्रेन क्रमांक 22189 लेकर जाना बोलकर उपकरण इश्यू कराया था। शाम को वापस जमा करने गया था तभी उसकी पोल खुल गई।
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घटनाक्रम से रेलवे की लाबी में बड़ी सुरक्षा कमी सामने आई है। लाबी में सहायक लोको पायलट को आवश्यक अमानती रेल एवं परिचालन उपकरण को जारी करने का काम निजी कंपनी की दो महिला कर्मी संभाल रही थी। उपकरण देते समय लोको पायलट का पहचान पत्र नहीं देखा जाता था। महिला कर्मी यूनिफॉर्म में आने वाले व्यक्ति को इंजन का चालक समझ लेती थी। इसी फेर में आरोपित युवक को उपकरण दे देती थी। मौके पर लोको पायलट की पहचान और किसी जिम्मेदार के अधिकारी के निगरानी नहीं करने की चूक उजागर हुई है। पुलिस ने एक युवक को पुरानी बोतल में पानी भरकर बेचते भी पकड़ा है।