नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: जबलपुर एयरपोर्ट को एक बार फिर आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी मिली है। इस बार भी मेल के जरिए यह धमकी एयरपोर्ट प्रबंधन तक पहुंची। आठ दिन पहले भी ऐसी ही धमकी मिली थी, लेकिन जांच के बाद सबकुछ फर्जी निकला था।
जानकारी के अनुसार, रविवार को भेजे गए ईमेल में लिखा था कि पवित्र मोहर्रम ब्लास्ट, जबलपुर एयरपोर्ट में चार आरडीएक्स आधारित आइईडी रखा हुआ है। सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया जाए। इसके बाद एयरपोर्ट प्रबंधन ने बीडीडीएस, पुलिस और सीआइएसएफ के जरिए पूरे एयरपोर्ट, विमानों और परिसर की जांच की।हालांकि जांच में किसी भी प्रकार का विस्फोटक नहीं मिला।
सोमवार को मामले की रिपोर्ट एयरपोर्ट प्रबंधन ने खमरिया थाने में दर्ज कराई। जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट डायरेक्टर के ईमेल पर रविवार सुबह 8 बजकर 43 मिनट पर यह ईमेल पहुंचा था। ईमेल इमाम हुसैन अली नाम की आउटलुक आइडी से भेजा गया था। ईमेल मिलने के बाद एयरपोर्ट की बारीकी से जांच कराई गई। कहा जा रहा है कि इस तरह का ईमेल 41 एयरपोर्ट में भेजा गया है।
ईमेल में लिखा था कि 10 से 14 साल की उम्र के यात्री एम गुनासेकरन, निथि, जीवा सगप्तम, वैश्यु, सेंथिल वेल, गुजालाम्बल, माइनर, नैनिका, कोवन शिवदास और सुमी के पास आरडीएक्स है। आरडीएक्स 800 बेस फ्यूज को जानबूझकर बहुत कम मात्रा में डोप किया गया है ताकि कम प्रभाव और नुकसान कम हो। एयरपोर्ट प्रबंधन ने सभी विमान कंपनियों में उस दिन यात्रा करने वालों की जानकारी बुलाई तो इस नाम के यात्री नहीं मिले।
29 जून की सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर एयरपोर्ट के आधिकारिक ईमेल एड्रेस पर एक मेल पहुंचा था। इसमें लिखा था कि नमस्ते, एयरपोर्ट के आस-पास रखे बैग पैक में शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण छिपे हुए हैं। आपको इमारतों को तुरंत खाली करना होगा। जल्दी करना होगा, नहीं तो अंदर के लोग मारे जाएंगे, अपने हाथ-पैर खो देंगे। इस आतंकी हमले के पीछे हम "रोडकिल" और "क्यों" नाम के संगठन हैं।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सरोजनी टोप्पो, थाना प्रभारी, खमरिया का कहना है कि एक धमकी भरा ईमेल मिला था। इस मेल के बाद प्रबंधन ने सभी सुरक्षा उपायों पर अमल किया और जांच करवाई। कहीं भी कुछ नहीं मिला। इस मामले की खमरिया थाने में सूचना दी गई।
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थाना प्रभारी ने बताया कि आरआर पांडे, डायरेक्टर, एयरपोर्ट एयरपोर्ट प्रबंधन को एक ईमेल पहुंचा था। इसमें एयरपोर्ट में आरडीएक्स आइईडी रखा होने की बात का जिक्र था। जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला। एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।