जबलपुर का बैंबू देगा चीन को टक्कर, आने वाले समय में भारत में भी बैंबू से सॉफ्ट फाइबर बन पाएगा
जबलपुर में पैदा हुई बैंबू (बांस) की खास प्रजाति से सॉफ्ट फाइबर तैयार करने की दिशा में काम हो रहा है। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय सॉफ्ट फाइबर बनाने के लिए बैंबू पर रिसर्च कर रहा है। इसमें जबलपुर के बैंबू उत्पादक सहयोग कर रहे हैं।
Publish Date: Tue, 18 Nov 2025 03:53:20 PM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Nov 2025 03:54:15 PM (IST)
तिलवारा स्थित बैंबू नर्सरी का निरीक्षण करते केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह। नईदुनियाHighLights
- खास प्रजाति से सॉफ्ट फाइबर तैयार करने पर हो रहा काम।
- केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय सॉफ्ट फाइबर बनाने के लिए रिसर्च कर रहा।
- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, मंत्रालय बैंबू फाइबर पर काम कर रहा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: जबलपुर में पैदा हुई बैंबू (बांस) की खास प्रजाति से सॉफ्ट फाइबर तैयार करने की दिशा में काम हो रहा है। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय सॉफ्ट फाइबर बनाने के लिए बैंबू पर रिसर्च कर रहा है। इसमें जबलपुर के बैंबू उत्पादक सहयोग कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि दुनिया में अभी तक बैंबू से सॉफ्ट फाइबर बनाने में चीन ने सफलता हासिल की हुई है। आने वाले समय में भारत में भी बैंबू से सॉफ्ट फाइबर बन पाएगा।
कपड़ा मंत्रालय बैंबू फाइबर पर काम कर रहा
सोमवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह तिलवारा स्थित बैंबू नर्सरी में भ्रमण करने पहुंचे। उन्होंने भी बताया कि कपड़ा मंत्रालय बैंबू फाइबर पर काम कर रहा है और इसी संबंध में वो आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने चर्चा के दौरान बताया कि देश के भीतर मिथक था कि बैंबू पानी को खींचता है। बैंबू जहां लगता है वहां का पानी रिचार्ज होता है। मैं कपड़ों पर काम कर रहा हूं। फाइबर पर काम करता हूं। आज देश-दुनिया में बैंबू फाइबर के पल्व के द्वारा कपड़े बनते हैं। इसी संबंध में यहां आया था।
किसान को हर साल डेढ़ लाख रुपये आएगा
गिरिराज सिंह के अनुसार बैंबू की खेती से चार साल के बाद किसान को हर साल डेढ़ लाख रुपये आएगा। उनके अनुसार जमीन के किनारे बांस लगाया जा सकता है और बीच में योजनाबद्ध तरीके से मशरूम की खेती कर मुनाफा बढ़ाया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तर भारत के भीतर बंगाल से लेकर पंजाब तक जमीन में कार्बन कम हो गया है। कृषि के लिए प्राकृतिक खेती पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे प्रांत में 0.5 प्रतिशत ही जमीन में कार्बन है।
चीन ही ऐसा देश जो बांस से फाइबर निकालकर बनाता है कपड़ा
बैंबू नर्सरी के संचालक एवं विशेषज्ञ सुभाष भाटिया ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के सहयोगी के तौर पर बैंबू फाइवर बनाने में सहयोग कर रहे हैं। वो बैंबू की नई प्रजाति के साथ शोध कर रहे हैं ताकि सॉफ्ट फाइबर कपड़ा बनाने के लिए तैयार हो सके।
उनके अनुसार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को उन्होंने बैंबू की 62 प्रजाति दिखाईं। उन्होंने बताया कि फिलहाल चीन ही बांस से फाइबर निकालकर कपड़ा बनाता है। इस दिशा में भारत में काम हो रहा है। उनके अनुसार सॉफ्ट फाइबर बनाने की दिशा में बहुत करीब आ चुके हैं।