जबलपुर। Adhartal Railway Station अधारताल रेलवे स्टेशन में यात्रियों को सुविधा के लिए भले ही इंतजार न करना पड़े, लेकिन प्लेटफार्म के लिए अभी दो साल और इंतजार करना होगा। यात्रियों को ट्रेन में सवार होने के लिए कोच की 3 फीट ऊंची सीढ़ियों से चढ़कर ही सवार होना होगा। दरअसल अधारताल रेलवे स्टेशन के विस्तार के लिए अभी जबलपुर रेल मंडल के पास कोई योजना नहीं है। जानकार बताते हैं कि मदनमहल रेलवे स्टेशन के विस्तार का काम पूरा होने के बाद ही अधारताल रेलवे स्टेशन का विस्तार होगा। इसके लिए यात्रियों को कम से कम दो साल और इंतजार करना होगा।
प्लेटफार्म से आ रही परेशानी
मुख्य रेलवे स्टेशन की रिमॉडलिंग के दौरान अधारताल स्टेशन से रीवा, अमरावती और सिंगरौली इंटरसिटी ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान यह देखने को मिला कि यात्रियों को अधारताल रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने में सबसे ज्यादा परेशानी कोच लेवल प्लेटफार्म न होने से आती है।
हबीबगंज इंटरसिटी से राहत
वर्तमान में यहां से हबीबगंज इंटरसिटी ट्रेन को नियमित तौर पर शुरू कर दिया गया है। रोजाना शाम 4 बजे यह ट्रेन अधारताल से जबलपुर होते हुए हबीबगंज के लिए रवाना होती है, लेकिन यात्रियों का कहना है कि यहां पर कोच लेवल प्लेटफार्म न होने से महिला और सीनियर सिटीजन, कोच में नहीं चढ़ पाते। कई बार चढ़ने के दौरान ही गिरते हैं। इस वजह से अधारताल, रिछाई, महाराजपुर के आसपास रहने वाले यात्री मुख्य रेलवे स्टेशन से ही यह ट्रेन पकड़ते हैं।
अभी इन सुविधाओं की है कमी
1. फुट ओवर ब्रिज नहीं है, जिससे रेल लाइन क्रास करके दूसरे प्लेटफार्म में जाना पड़ता है
2. प्लेटफार्म शेड नहीं है, इसलिए ट्रेन का इंतजार करना मुश्किल होता है
3. स्टेशन पहुंच मार्ग खराब है, इस वजह से बड़े वाहन नहीं आ पाते
4. स्टैंड नहीं हैं, जिससे पार्किंग में वाहन सुरक्षित नहीं रहते हैं।