नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। अधारताल के शोभापुर रेल अंडर ब्रिज से गुजरने वाले राहगीर रात के वक्त यहां से गुजरने में डर रहे हैं। रेलवे ट्रैक पर बनाया गया रेल अंडर ब्रिज में अंधेरा होने से राहगीर परेशान हैं। जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग में आने वाले इस अंडर ब्रिज में प्रकाश व्यवस्था नहीं है, जिससे रात के वक्त यहां पर अनैतिक घटनाएं हो रही है।
इतना ही नहीं रात के वक्त यहां से आसपास रहने वाले राहगीर हों या बच्चे भी यहां से गुजरने में डरते हैं। अधिकांश बच्चे शाम और रात के वक्त कोचिंग जाते हैं, लेकिन रेल अंडर ब्रिज पर अंधेरा रहने की वजह से यहां से गुजरने में परेशानी होगी है। वे मजबूरी में फ्लाइ ओवर से निकलते हैं।
इसके अलावा अंडर ब्रिज के आसपास के क्षेत्र में भी प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा और अन्य सुविधाएं नहीं है। इसको लेकर क्षेत्रीयजनों ने रेलवे प्रशासन और नगर निगम, दोनों को अवगत कराया है, पर समस्या का समाधान नहीं हुआ।
कांग्रेस नेता प्रवेंद्र सेन जुम्मन बताते हैं कि समस्या सिर्फ रेल अंडर ब्रिज की नहीं है बल्कि आसपास के क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था, जर्जर सडक, स्ट्रीट लाईट, पानी टंकी लीकेज की भी समस्या है। इस बारे में कई बार निर्मलचंद जैन वार्ड न्यू कंचनपुर आधारताल जबलपुर के निवासी अवगत करा चुके हैं, पर इस सुनवाई कहीं नहीं हो रही है।
मार्च माह में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत राजस्व वसूली अभियान चल रहा। इसके लिए मैदानी अधिकारियों को टारगेट भी दिया गया है। इसी को पूरा करने के लिए कई लोगों को बिना रीडिंग के औसत बिल जारी किए जा रहे हैं। इसकी शिकायतें भी बिजली कंपनी में लोगों द्वारा की जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी द्वारा 31 मार्च तक सभी जगहों पर राजस्व वसूली अभियान चलाया जा रहा है। इसी तक जबलपुर के सिटी एवं ग्रामीण सर्किल में कार्रवाई की जा रही है। राजस्व वसूली अभियान में बिजली कंपनी ने अधिकारियों को टारगेट भी दिया गया है।
इसी को पूरा करने के लिए अधिकारियों द्वारा कई बकायादारों को एवरेज बिलिंग की गई है। जिसके कारण उपभोक्ता बिल को सुधरवाने के लिए परेशान हो रहे हैं। आदर्श नगर निवासी राजेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि उनके घर में लगे मीटर की आंकलित खपत 1350 यूनिट मानते हुए 14275 रुपए का बिजली बिल जारी किया गया है।
उनका आरोप है कि बिना किसी आधार के आकंलित आधार पर खपत निर्धारित करना अवैधानिक है। उनका कहना है कि ऐसी वसूली अन्य उपभोक्ताओं से भी की जा रही है।