प्रदेश का पहला जिला अस्पताल बना जबलपुर का सेठ गोविंद अस्पताल, शुरू हुई अत्याधुनिक ओसीटी जांच
सेठ गोविंद दास जिला चिकित्सालय(Seth Govind hospital,) में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब विधायक डॉ. अभिलाष पांडे ने करीब 70 लाख रुपये की अत्याधुनिक ओसीटी (ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी) मशीन का लोकार्पण किया। यहां अब रेटिना की जटिल बीमारियों की एडवांस जांच नि:शुल्क की जा सकेगी।
Publish Date: Sat, 19 Jul 2025 03:05:23 PM (IST)
Updated Date: Sat, 19 Jul 2025 03:05:23 PM (IST)
जबलपुर के सेठ गोविंद अस्पताल में शुरू हुई अत्याधुनिक ओसीटी जांचHighLights
- प्रदेश का पहला जिला अस्पताल बना जबलपुर का सेठ गोविंद अस्पताल।
- जबलपुर के सेठ गोविंद अस्पताल में शुरू हुई अत्याधुनिक ओसीटी जांच।
- यह प्रदेश का पहला जिला अस्पताल है, जहां ओसीटी मशीन स्थापित की गई है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। सेठ गोविंद दास जिला चिकित्सालय(Seth Govind hospital) में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब विधायक डॉ. अभिलाष पांडे ने करीब 70 लाख रुपये की अत्याधुनिक ओसीटी (ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी) मशीन का लोकार्पण किया। यह प्रदेश का पहला जिला अस्पताल है, जहां ओसीटी मशीन स्थापित की गई है।
अब रेटिना की जटिल बीमारियों की एडवांस जांच नि:शुल्क की जा सकेगी, जिससे नेत्र रोगों का सटीक निदान संभव होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. नवीन कोठारी, डॉ. अमिता जैन, डॉ. संजय जैन, डॉ. सगरिया, डॉ. शलभ आम्रवंशी, डॉ. उषा दत्त समेत बड़ी संख्या में स्टाफ मौजूद रहा।
जांच और उपचार दोनों की सुविधा
इस मशीन की मदद से अब आंखों से जुड़ी जटिल बीमारियां जैसे मधुमेह से रेटिना को नुकसान, पर्दे में छेद या सूजन, कांचियाबिंद जैसी स्थितियों की जांच और उपचार जिला अस्पताल में ही हो सकेगा।
रोजाना 4-5 मरीजों को होगी जरूरत
नेत्र रोग विभाग के प्रभारी डॉ. तरुण अहरवाल ने बताया कि रोजाना 4-5 मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें ओसीटी जांच की जरूरत होती है। इसके अलावा यहां संचालित पीजी डिप्लोमा कोर्स (आप्थाल्मालॉजी) में अध्ययनरत छात्रों के लिए भी यह मशीन प्रायोगिक ज्ञान के लिहाज से उपयोगी होगी।