नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर: मानसून की शानदार शुरुआत के साथ जून माह की विदाई होने को है, मौसम विज्ञानियों की मानें तो आगामी जुलाई माह भी झमाझम बारिश से तर रहेगा। इस माह में सावन बीस दिन रहेगा, ऐसे में रिमझिम फुहार और झमाझम के बीच मानसून अपने चरम पर रह सकता है।
शहर सहित जिले में बादलों की दस्तक बनी हुई है, शनिवार को भी पूरा दिन कई स्थानों पर रुक-रुककर बारिश हुई। वहीं इस मानसून सीजन में बारिश का आंकड़ा 200 मिमी यानि 8 इंच से ऊपर पहुंच गया है।
शुक्रवार को रात भर हुई बारिश के बाद शनिवार को बादल थोड़ा सुस्त रहे। दिन भर आसमान पर बादलों की आवाजाही होती रही, इस दौरान कहीं-कहीं रिमझिम बारिश हुई। मौसम विभाग की मानें तो थम-थम कर अभी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं आगामी एक जुलाई के बाद संभाग के जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के अनुसार वर्तमान में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की और झुका हुआ है। इस चक्रवात से लेकर बांग्लादेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो उत्तरी एमपी, उत्तरी झारखंड, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र से होकर गुजर रही है। वहीं 29 जून को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने की भी संभावना है। 30 जून से बारिश करने वाली गतिविधियों में तेजी आएगी।
शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान दो डिग्री की गिरावट के साथ 29.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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पिछले कुछ दिनों से लगातार रुक-रुक कर हो रही मानसूनी बारिश ने धान की फसल लगाने वाले किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। जबलपुर, बेलखाडू और इसके आसपास के ग्रामों में खेतों में धान की रोपाई करने वाले किसान बेहद आनंदित हैं। इस बारिश से उन्हें रोपाई के लिए ट्यूबवेल से पानी लेने की आवश्यकता नहीं पड़ी, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक लाभ भी हुआ है।
क्षेत्र के किसानों ने अब जोर-शोर से धान की रोपाई का काम शुरू कर दिया है। किसानों ने बताया कि वे लंबे समय से धान की बुवाई की तैयारी में जुटे हुए थे। इस कार्य के लिए पानी का होना अत्यंत आवश्यक था, और मानसून की सक्रियता ने उनकी इस जरूरत को पूरा कर दिया है। बारिश होने से धान की रोपाई संभव हो पाई है, जिससे उनकी चिंताएं कम हुई हैं।