नईदुनिया, जबलपुर(Jabalpur News)। त्यौहार सीजन और पितृ पक्ष शुरू होने से पहले ही रोकने से पटरी से लेकर स्टेशन तक निर्माण और मरम्मत के कारण एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को रद किया है तो इतनी ही ट्रेनों के मार्ग बदल दिए हैं। गणेश चतुर्थी के समापन के अगले दिन ने पितृपक्ष शुरू हो रहे हैं। इन दौरान जबलपुर समेत प्रदेशभर से लोग गया जी जाते हैं। इन दौरान जबलपुर से गयाजी जाने के लिए एक मात्र ट्रेन हैं, लेकिन उसमें भी लंबी वेटिंग लगी है। इस समस्या को देखते हुए रेलवे ने गयाजी जाने वाले यात्रियों को बढ़ी राहत दी है।
जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम डा. मधुर कुमार वर्मा ने बताया कि जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 में वॉशेबल एप्रन का कार्य कराया जाना है, जिसके चलते जबलपुर मुख्य स्टेशन से चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस सोमवार से 26 सितंबर तक जबलपुर की बजाय मदन महल स्टेशन से रवाना होगी।
सतना-बरेठिया स्टेशन के बीच नई लाइन कमीशन किया जाना है, जिससे रीवा तक चलने वाली शटल ट्रेन जबलपुर से चलकर मैहर तक ही जाएगी। इन दोनों रूटों की अन्य ट्रेनों में जबलपुर-सिंगरौली इंटरसिटी एक्सप्रेस सोमवार से 27 सितंबर तक निरस्त की जा रही है। जबलपुर-चांदाफोर्ट 17 सितंबर से निरस्त रहेगी। बलसाड़-दानापुर स्पेशल और उधना-बरौनी स्पेशल ट्रेन भी सोमवार से निरस्त रहेगी।
रेलवे द्वारा रानी कमलापति-गया पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन एवं गाड़ी एवं जबलपुर-गया-जबलपुर पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन चला रहा है। इतना ही नहीं इस ट्रेन में बढ़ी वेटिंग को देखते हुए रेलवे ने ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया गया है। दोनों ही ट्रेनों में शयनयान श्रेणी के दो अतिरिक्त कोच लगाएं जा रहे हैं। ताकि यात्रियों को सफर के लिए परेशान न होना पड़े।
पितृपक्ष पर गया जाना के लिए यात्रियों की ट्रेन में खासी मुश्किलों का समाना कना पड़ता है। बताया जाता है रानी कमलापति-गया पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन में 16 सितबर से एवं गया-रानी कमलापति पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन में 19 सिंतबर से दो अतिरिक्त स्लीपर कोचों को लगाया जा रहा है।
जबलपुर-गया पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन में 18 सितंबर से एवं गया-जबलपुर पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन में 17 सितंबर से लगाई जाएगी। इनमें अतिरिक्त कोच बढ़ जाने के बाद अब इन ट्रेनों में 23 कोचों के साथ चलाया जाएगा। इन ट्रेनों में रेल प्रशासन द्वारा आरक्षण की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। गया स्पेशल ट्रेन में कुल 14 शयनयान श्रेणी 4 कोच सामान्य श्रेणी के साथ 1 वातानुकूलित द्वितीय सह तृतीय श्रेणी, 2 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी और 2 एसएलआर कोच लगाए जाएंगे।