
नईदुनिया प्रतिनिधि,जबलपुर। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय समाज के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से जनजातीय विभाग में पांच हजार छात्रावास अधीक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही विभाग द्वारा संचालित सभी बालिका आश्रम शालाओं और छात्रावासों के नाम रानी दुर्गावती के नाम पर रखे जाएंगे।
छात्रावासों के नए नामों का ऐलान
मुख्यमंत्री ने जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि जनजातीय विभाग की बालक आश्रम शालाओं और छात्रावासों के नाम राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के नाम पर रखे जाएंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर लगातार कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। जनजातीय समुदाय ने स्वाधीनता, जल जंगल जमीन और स्वाभिमान की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण बलिदान दिया है। राजा जननायक शंकरशाह, रघुनाथ शाह और वीरांगना रानी दुर्गावती ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों के विकास का बीड़ा उठाया है। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, जनजातीय मंत्री कुंवर विजय शाह और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह उपस्थित थे।
अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस छोड़ गए
आलीराजपुर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस छोड़ गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों से वोट तो लिए, लेकिन उनके गौरवशाली इतिहास को सामने लाने की जरूरत नहीं समझी। बिरसा मुंडा और शहीद छितु किराड़ समेत अन्य जननायकों के योगदान को हमेशा नजरअंदाज किया गया और आदिवासी अंचल को लूटने खसोटने के लिए छोड़ दिया गया।
बिहार में कांग्रेस की झाड़ू लग गई
मुख्यमंत्री ने 200 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। बिहार चुनाव पर उन्होंने कहा कि कल ही कांग्रेस की जोरदार झाड़ू लग गई है। बिहार की जनता ने बता दिया कि विकास क्या होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता से किए वादे पूरे किए हैं। दीपावली के बाद लाड़ली बहनों के खातों में 1500 रुपये देने का वादा पूरा किया गया। भावांतर योजना पर कांग्रेस सवाल उठाती थी, लेकिन सरकार ने करके दिखाया।
आदिवासी नायक को नमन, प्रतिमाओं का अनावरण
समारोह में मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छितु किराड़ की प्रतिमाओं का अनावरण किया। उन्होंने बताया कि शहीद छितु किराड़ ने सात से आठ हजार आदिवासियों की फौज तैयार कर अंग्रेजों को चुनौती दी थी। उनकी बहादुरी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
सीएम ने आलीराजपुर की प्राकृतिक सुंदरता और जनजातीय संस्कृति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यहां की हरियाली, ताड़ी का स्वाद और परंपराएं इतनी खूबसूरत हैं कि स्वर्ग भी फीका लगने लगता है। ढोल मांदल और नगाड़ों की गूंज का आनंद अद्वितीय है।